भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति के तहत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा प्रहार किया है और भ्रष्टाचार में लिप्त सीओ को सिपाही के पद पर डिमोट कर दिया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने रिश्वत लेने के आरोप में क्षेत्राधिकारी को सिपाही बनाने का निर्देश दिया है.
रामपुर में रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा गया:
रामपुर के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी राम किशोर शर्मा को रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा गया था. राम किशोर शर्मा साल 2021 में रामपुर मे तैनात थे, जहां पर रिश्वत के मामले में प्रशासनिक आधार पर तबादला हुआ और जांच में दोषी पाए गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने उन्हें सीओ को पद से हटा दिया था और मामले की जांच के आदेश दिए थे. इस समय वो जालौन पीटीसी में तैनात हैं।
भ्रष्टाचार पर CM योगी का बड़ा प्रहार:
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की बात कहते आए हैं. अब रामपुर के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी राम किशोर शर्मा के खिलाफ एक्शन को एक मिसाल के रूप में देखा जा रहा है।