BHOPAL : MADHYA PRADESH

पत्रकारों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ उठने लगी प्रदेश में आवाज

प्रदेश में कहीं पत्रकारों को नंगा करके मारा जा रहा तो कहीं अधिमान्य पत्रकार को बिना जांच के जेल में डाला जा रहा

शमशुल हसन (संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष)
मध्यप्रदेश में पत्रकार है,असुरक्षित मध्यप्रदेश में पत्रकारों पर हो रहे हैं लगातार हमले, हो रहे सरकारी कर्मचारियों के साजिश का शिकार
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी नहीं थम रहा है पत्रकारों हमला
क्या पत्रकार केवल माफिया और सरकार में बैठक कर्मचारियों के शोषण के लिए बना है जब चाहे किसी भी प्रकरण में फसा कर मुकदमा दायर करा दें
कैसे होगी पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित बताएं मुख्यमंत्री

संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शमशुल हसन ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि बताया कि जिस तरह से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के ऊपर आए दिन हमले हो रहे हैं झूठे आरोप लगाकर जेल भेज दिया जाता है

उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है मैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से अनुरोध करता हूं मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है किसी भी चैनल में काम कर रहा हो या किसी भी संस्था से जुड़ा हुआ हो जरूरी नहीं है कि अधिमान्य हो किसी भी संस्था से जुड़ा हुआ हो मिडिया सच को दिखाने का काम करती है मिडिया आयना है शमशुल हसन ने माग की है कि मीडिया को प्रोटक्शन मिलना चाहिए झूठी एफआईआर करने वाले या झूठे आरोप लगाने वाले व्यक्ति के ऊपर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए, हाल में ही सुहागपुर में अधिमान पत्रकार के ऊपर एफआईआर की गई है उसकी जांच कराए और जिसने एफआईआर किया है उस टीआई को भी सस्पेंड करना चाहिए मीडिया जगत में काफी नाराजगी है और इस घटना की मैं घोर निन्दा करता हु और जांच की माग करता हु और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सही जांच ना हुई तो उग्र आंदोलन करना पड़ेगा !!

शमशुल हसन प्रदेश अध्यक्ष संघर्ष संयुक्त मोर्चा भोपाल मध्यप्रदेश

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