दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के खिलाफ आम आदमी पार्टी के मार्च में शामिल हो गए और उन्होंने सवाल किया कि शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड जाने से क्यों रोका गया है। यह दिल्ली सरकार और एलजी सक्सेना के बीच अन्य मुद्दों के साथ शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर तकरार के बीच आया है। दिल्ली एलजी पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा, “दिल्ली को अत्याचार नहीं, संविधान और लोकतंत्र चाहिए। लोगों के अधिकारों के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा।” दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया नारेबाजी के बीच पार्टी के अन्य नेताओं के अलावा केजरीवाल के साथ मार्च करते देखे गए।
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पत्रकारों से बात करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “शिक्षकों के प्रशिक्षण को रोकने वाले एलजी साहब कौन होते हैं? दिल्ली सरकार के प्रस्ताव के जवाब में, हमें फिनलैंड में शिक्षकों के प्रशिक्षण के लागत-लाभ विश्लेषण करने के लिए कहा गया है… वेतन” मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों को रोक दिया गया है। क्या वह भाजपा के इशारे पर कर रहे हैं?”
दिल्ली को तानाशाही नहीं बल्कि संविधान और जनतंत्र चाहिए। जनता के हक़ के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। https://t.co/t9qYgJwMFw
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 16, 2023
पिछले हफ्ते दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी शिक्षकों के प्रशिक्षण का मुद्दा उठाया था। इस पर उपराज्यपाल कार्यालय ने जवाब दिया था कि दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को नहीं रोका गया।