नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल, उन्हें बीते 36 दिन से किसी भी पब्लिक इवेंट में नहीं देखा गया था, जिसके बाद उनके बीमार होने की आशंका जताई जा रही थी। हालांकि, सोमवार को उन्होंने सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन की मीटिंग में हिस्सा लिया। इंडिपेंडेंट ने कोरियन सेंट्रल न्यून एजेंसी के हवाले से बताया कि किम की इस मेटिंग में टॉप मिलिट्री अधिकारी शामिल थे। उन्होंने सेना में जरूरी बदलाव करने और मिलिट्री को अंदर से मजबूती देने पर बात की। रिपोर्ट के अनुसार, किम ने अपनी सेना को युद्ध अभ्यास का विस्तार करने और जंग की तैयारियों को मजबूत करने का आदेश भी दिया है।

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न्यूज एजेंसी ने बताया कि नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर मिसाइल टेस्ट्स पर नजर रखने वाले डिपार्टमेंट का नाम ‘मिसाइल जनरल ब्यूरो’ रख दिया गया है। यह पहली बार है जब पब्लिकली इस मिलिट्री ब्रांच का जिक्र किया गया हो। इसके अलावा, नॉर्थ कोरिया की मिलिट्री के कई डिपार्टमेंट्स के नए झंडे भी लॉन्च किए गए हैं। मिसाइल जनरल ब्यूरो ब्रांच के झंडे में देश की सबसे बड़ी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल Hwasong 17 का आइकन है।

गौरतलब है कि 36 दिन का यह ब्रेक किम के लिए दूसरा सबसे बड़ा ब्रेक था। इसके पहले साल 2014 में वे 40 दिन के लिए गायब हो गए थे, जिसके बाद उनकी मौत तक की आशंकाएं जताई गई थीं।

अमेरिका ने यूक्रेन को टैंक भेजने का फैसला किया है। इसपर नॉर्थ कोरिया ने विरोध जताया है। नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्रालय में अमेरिकी मामलों के डायरेक्टर क्वोन चुंग-क्यून ने कहा कि अमेरिका का मकसद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनस्टेबिलिटी को बनाए रखना है