हिंडनबर्ग-अडाणी विवाद पर गृहमंत्री अमित शाह ने पहली बार बयान दिया है। उन्होंने मंगलवार को ANI पॉडकास्ट पर दिए इंटरव्यू में कहा कि इस पर कोई कमेंट करना सही नहीं होगा, क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में है। लेकिन इतना जरूर कहा कि इसमें BJP के लिए छिपाने जैसी कोई बात नहीं है और न ही डरने की जरूरत है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद राहुल गांधी समेत विपक्ष ने BJP पर अडाणी का बचाव करने के आरोप लगाए हैं। इसे लेकर संसद से सड़क तक प्रदर्शन भी किया है।
PFI, लोकसभा-विधानसभा चुनाव पर भी बोले शाह, पढ़िए बड़ी बातें
अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान लोकसभा विधानसभा चुनाव, PFI पर बैन, पूर्वोत्तर में चुनाव, देश की आंतरिक सुरक्षा, शहरों के नाम बदलने और G-20 जैसे कई मुद्दों पर भी बात की।
विपक्ष सिर्फ शोर मचाता है: केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ कर रही है, इन आरोपों पर अमित शाह ने कहा- वे (कांग्रेस) कोर्ट क्यों नहीं जाते? जब पेगासस का मुद्दा उठाया गया था तो मैंने कहा था कि सबूत के साथ कोर्ट जाओ, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वे 2002 से मोदी के पीछे हैं। हजारों साजिशों के बावजूद सच सामने आता है। हर बार, मोदी जी मजबूत और अधिक लोकप्रिय बनकर सामने आते हैं।
नॉर्थईस्ट में कम की मन की दूरी: PM मोदी ने 8 साल में 51 बार पूर्वोत्तर का दौरा करके मन की दूरी को हटाया है। हमने ‘चलो पलटाई’ का नारा त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए दिया था और आज हालात बदल दिए। कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी साथ आए हैं, वे मान चुके हैं कि अकेले BJP को नहीं हरा सकते। मतगणना वाले दिन दोपहर 12 बजे से पहले BJP को त्रिपुरा में पूर्ण बहुमत मिलेगा और सरकार बनेगी।
जानिए क्या है हिंडनबर्ग-अडाणी से जुड़ा मामला
25 जनवरी को अडाणी ग्रुप की कंपनियों के बारे में अमेरिका की ‘हिंडनबर्ग’ कंपनी ने एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट का टाइटल है- ‘दुनिया का तीसरा सबसे अमीर आदमी किस तरह कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा धोखा कर रहा है’। इसमें आरोप लगाए कि अडाणी ग्रुप ने शेयर मार्केट में हेराफेरी करके अपने शेयरों की कीमत बढ़वाई है। अडाणी ने अपनी हैसियत से ज्यादा कर्ज ले रखा है। ग्रुप की कई कंपनियों ने तो अपने शेयर तक गिरवी रखकर कर्ज लिए हैं।