कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद राहुल गांधी ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी से जुड़े नोटिस पर अपना जवाब लोकसभा सचिवालय को सौंप दिया है। उन्हें जवाब देने के लिए 15 फरवरी तक का वक्त दिया गया था। जवाब में राहुल ने अपने बयान को सही ठहराया। इसके लिए अलग-अलग कानूनों का हवाला दिया है।
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राहुल ने 7 फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान हिंडनबर्ग-अडाणी मुद्दे पर मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थीं। बाद में इन्हें स्पीकर ने उनके भाषण से हटा दिया था।। इसे लेकर भाजपा सांसद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विशेषाधिकार का नोटिस जारी किया था। इसके बात लोकसभा सचिवालय ने उन्हें 10 फरवरी को नोटिस जारी किया था।
तस्वीर दिखाते हुए मोदी से सवाल- अडाणी से रिश्ता क्या है
राहुल ने 7 फरवरी को एक तस्वीर सदन में दिखाई थी, इसमें मोदी और गौतम अडाणी नजर आ रहे थे। NDA मेंबर्स ने इसका विरोध किया था। सभापति ओम बिड़ला ने राहुल को टोका और स्पीच फिर शुरू हुई। राहुल ने कहा, “इनका हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री के साथ क्या रिश्ता है और कैसा रिश्ता है?
राहुल ने कहा था, “अडाणी और मोदी जी के रिश्ते के बारे में बता देता हूं। ये रिश्ता कई साल पहले शुरू होता है, जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मोदी जी और अडाणी साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। मोदी जी को आइडिया दिया गया कि आप बिजनेसमैन के ग्रुप को साथ लाइए और वाइब्रेंट गुजरात बनाइए। मुझे लगता है कि तब असली जादू शुरू हुआ। प्रधानमंत्री जी दिल्ली आते हैं और 2014 में असली जादू शुरू होता है। 2014 में अडाणी 609 पर थे और कुछ साल में दूसरे नंबर पर कैसे पहुंचे?”
राहुल गांधी ने पिछले सोमवार (13 फरवरी) को केरल के वायनाड में एक सभा को संबोधित किया। वहां उन्होंने लोकसभा से अपने बयान के कुछ हिस्से हटाए जाने पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा- इस देश में हर किसी के लिए संसद की कार्यवाही देखना, देश में क्या हो रहा है यह जानना महत्वपूर्ण है। PM और अडाणी के बीच साठगांठ को समझना इंपॉर्टेंट है।
राहुल बोले- कुछ दिन पहले मैंने संसद में हमारे प्रधानमंत्री और अडाणी के रिश्ते के बारे में भाषण दिया था। मैंने बेहद विनम्र और सम्मानजनक ढंग से अपनी बात रखी। मैंने किसी भी तरह की खराब भाषा का इस्तेमाल नहीं किया, ना किसी को अपशब्द कहे, मैंने केवल कुछ तथ्यों को उठाया।
राहुल ने कहा कि PM खुद को बहुत ताकतवर समझते हैं। उन्हें लगता है कि सब उनसे डर जाएंगे, लेकिन उन्हें शायद पता नहीं कि वे आखिरी शख्स होंगे जिनसे मुझे डर होगा। मैंने संसद में जो भी कहा सच कहा था और इसलिए मेरे मन में डर नहीं था। मेरे अपमान से कुछ नहीं होगा। सच तो सामने आ ही जाएगा।