अमेरिका में पिछले 11 सालों में भारतीय प्रवासियों की तादाद डेढ़ गुना ज्यादा हो गई है। अमेरिका लंबे समय से भारतीयों के लिए सबसे पसंदीदा देश रहा है। हालत ये हो गए हैं कि यहां पहुंचने के लिए लोग गलत रास्ता अपनाने लगे हैं।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2012 से 2022 के बीच मेक्सिको के जरिए अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले भारतीय प्रवासियों की संख्या में 100 गुना बढ़ोतरी हुई है।
2012 में बस 642 भारतीयों को पकड़ा था
साल 2012 में अमेरिका की कस्टम और बॉर्डर पेट्रोल पुलिस ने 642 ऐसे मामले दर्ज किए थे जिनमें भारतीय प्रवासियों ने गैर कानूनी तरीके से मैक्सिको के जरिए अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश की थी। जबकि साल 2022 में ये संख्या बढ़कर 63927 हो गई है।
भारतीय अमेरिकन ड्रीम के चक्कर में अपनी जान भी जोखिम डाल रहे हैं। पिछले साल 21 जनवरी को अमेरिका से महज 30 फीट पहले कनाडा में एक गुजराती परिवार के चार लोगों के शव बर्फ में दबे मिले। यह परिवार अवैध तरीके से अमेरिका में दाखिल होना चाहता था और बर्फीले तूफान की जद में आ गया।
इसी तरह, पिछले साल जून में अमेरिकी सीमा पर पेट्रोलिंग टीम ने डूबती हुई बोट से 6 भारतीयों को बचाया। इन पर गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में घुसने का केस दर्ज किया गया था। भारतीय लोग छोटी बोट पर इंग्लिश चैनल को पार कर अवैध तरीके से ब्रिटेन में दाखिल होने वालों में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी।
‘द टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, होम ऑफिस के अधिकारियों ने बताया कि भारतीय छात्र नियमों में एक लूपहोल का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे उन्हें ब्रिटेन में शरण लेने में आसानी हो रही है। इसके जरिए छात्रों को यहां रहकर पढ़ाई करने के लिए अंतरराष्ट्रीय फीस की जगह बहुत कम घरेलू फीस ही चुकानी पड़ रही है।रिपोर्ट में दावा किया गया है कि साल 2022 में 233 से ज्यादा भारतीय प्रवासियों ने गैर-कानूनी तरह से इंग्लिश चैनल को पार किया था। वहीं 2023 में 1 महीने में ही ये आंकड़ा 250 को पार कर चुका है। इसके साथ ही भारतीय समूह अफगान और सीरियाई लोगों के बाद ऐसा करने वाला सबसे बड़ा ग्रुप बन गया है।