भारत के पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा ने एक समाचार चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में फंसने के बाद चयन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। इस स्टिंग ऑपरेशन में शर्मा ने कुछ गोपनीय सूचनाओं का खुलासा किया था। चेतन शर्मा के इस्तीफे के बाद चार सदस्यीय कमेटी में मौजूद शिव सुंदर दासअगले मुख्य चयनकर्ता बनने की दौड़ में आगे बताये जा रहे हैं। बीसीसीआई जल्द इस मामले में आधिकारिक पुष्टि कर सकता है।
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भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, हां, चेतन ने बीसीसीआई के सचिव जय शाह को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है और उनका त्यागपत्र स्वीकार कर लिया गया है। स्टिंग ऑपरेशन के बाद उनकी स्थिति अस्थिर हो गई थी। उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है। उन्हें इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा गया था। चेतन शर्मा बंगाल और सौराष्ट्र के बीच रणजी ट्रॉफी फाइनल के लिए चयन समिति के अन्य सदस्यों के साथ कोलकाता में थे। वह वहां ईरानी कप के लिए टीम के चयन के सिलसिले में गए थे। लेकिन एक बार उनका त्यागपत्र स्वीकार किए जाने के बाद चेतन दिल्ली के लिए रवाना हो गए और उन्होंने हवाई अड्डे पर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों से बात नहीं की।
जी न्यूज के स्टिंग ऑपरेशन में चेतन शर्मा को यह कहते हुए दिखाया गया है कि कई खिलाड़ी 80 से 85 प्रतिशत फिट होने के बावजूद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में जल्द वापसी के लिए इंजेक्शन लेते हैं। भारत के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने यह भी आरोप लगाया कि सितंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी को लेकर उनके और टीम प्रबंधन के बीच मतभेद थे। उन्होंने इसके साथ ही दावा किया की टी20 टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या, तेज गेंदबाज उमेश यादव और दीपक हुड्डा उनसे मिलने के लिए नियमित तौर पर उनके आवास पर आते हैं। चेतन ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के संबंधों पर भी बात की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व कप्तान कोहली और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली के बीच अहं की लड़ाई थी। बीसीसीआई के शीर्ष पदाधिकारियों को चेतन की टिप्पणियां नागवार गुजरी और वर्तमान राष्ट्रीय टीम के सदस्यों का भी उन पर से भरोसा उठ गया।
बीसीसीआई के एक अन्य सूत्र ने कहा, कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या का उन पर से भरोसा पूरी तरह से उठ गया। उनका चयन समिति की बैठक में उनके साथ बैठना संभव नहीं था क्योंकि उन्होंने अपना सम्मान खो दिया। उन्होंने अपने बड़बोलेपन का नुकसान उठाया। चेतन को कथित तौर पर यह कहकर फुसलाया गया था कि एक लोकप्रिय ओटीटी प्लेटफार्म पर डॉक्यूमेंट्री सीरीज के लिए उनके इनपुट की जरूरत है। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज शिव सुंदर दास को चेतन की जगह अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है।
उन्होंने वर्तमान चयन पैनल में शामिल सदस्यों में सर्वाधिक 23 टेस्ट मैच खेले हैं। भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी-20 विश्वकप में लचर प्रदर्शन के बाद पूरी चयन समिति को बर्खास्त कर दिया गया था। चेतन ने हालांकि फिर से इस पद के लिए आवेदन किया और उन्हें दोबारा चयन समिति का अध्यक्ष बना दिया गया था। स्टिंग ऑपरेशन खिलाड़ियों और मीडिया के बीच संबंधों के लिए भी बड़ा झटका है। बीसीसीआई भविष्य में मीडिया से बात करने के लिए खिलाड़ियों और अधिकारियों को मना कर सकता है।