मध्य प्रदेश में विदिशा जिले के लटेरी तहसील में साल साल का एक लड़का मंगलवार को एक खेत में बने बोरवेल में गिर गया, जिसे वहां से बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है. यह घटना जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर सुबह करीब 11 बजे खेरखेड़ी पठार गांव में हुई.

अधिकारियों ने बताया कि बोरवेल 60 फुट गहरा है और बच्चा 43 फुट की गहराई में फंसा हुआ है. उन्होंने कहा कि बच्चे को बाहर निकालने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद से समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है.

एनडीआरएफ (NDRF) के डिप्टी कमांडेंट अनिल पाल ने कहा कि “पहले वर्टिकल और फिर हॉरिज़ॉन्टल अप्रोच से खुदाई की जाएगी. वर्टिकल अप्रोच से हम 43-44 फीट तक पहुंच चुके हैं. बच्चे की कुछ मूवमेंट हो रही है, लेकिन कोई संपर्क नहीं हो पाया है. हम 4-5 घंटे में उसे बाहर निकाल लेंगे.”

लटेरी के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) हर्षल चौधरी ने बताया, ‘‘मंगलवार सुबह 11 बजे लोकेश अहिरवार (सात) खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गया.’’ उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही प्रशासन द्वारा कैमरे की मदद से बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है. चौधरी ने बताया कि जेसीबी द्वारा खुदाई कर बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.

वहीं, विदिशा जिलाधिकारी उमाशंकर भार्गव ने बताया कि बोरवेल में पाइप के जरिए ऑक्सीजन दी गयी है और बचावकर्मी ‘नाइट विजन डिवाइस’ के जरिए अंदर फंसे बच्चे पर नजर रख रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि बच्चे को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के कर्मियों को भी लगाया गया है. उन्होंने कहा कि बच्चे की हालत पर बेहतर नजर रखने के लिए बोरवेल में एक कैमरा भी उतारा गया है.

संभागीय आयुक्त मालसिंह भयड़िया और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) इरशाद वली सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बचाव अभियान की निगरानी के लिए शाम करीब सात बजे घटनास्थल पर पहुंच गये हैं.