जालंधरः पंजाब पुलिस ने वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को भागने में मदद करने के आरोप में कल मंगलवार को 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, तो वहीं पकड़ने में लोगों की मदद लेने के लिए उसकी 7 तरह की फोटो भी जारी की है जिसमें वह अलग-अलग दिख रहा है. इस बीच पंजाब के जालंधर जिले के नांगल अंबियान गांव स्थित गुरुद्वारे में अमृतपाल सिंह के जाने और वहां से कपड़े बदलकर भागने के मामले में पुलिस ने ग्रंथी को पूछताछ के लिए उठा लिया.

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गुरुद्वारे के ग्रंथी रणजीत सिंह अपने रिश्तेदार के घर जाने को तैयार हो रहे थे, लेकिन इस बीच उन्हें बताया गया कि अमृतपाल आ गया है. यह घटना 18 मार्च को दोपहर करीब एक बजे के करीब की है और इसी दिन पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी. रंजीत सिंह का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि अमृतपाल को पुलिस तलाश रही है.

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए रंजीत सिंह ने कहा, “जब मैंने सुना कि वह यहां आ गया है, तो मैं बहुत परेशान हो गया क्योंकि मुझे लगा कि उसके आदमी यहां पर कुछ तोड़फोड़ करने आए हैं, इससे पहले इन लोगों ने जालंधर में हंगामा किया था.” उन्होंने बताया कि मुझे उस समय चैन मिला जब अमृतपाल के साथ आए 4 लोगों में से एक शख्स ने कहा कि उसे कुछ कपड़ों की जरूरत है क्योंकि एक “कार्यक्रम” में भाग लेने जाना है.

अमृतपाल और उसके साथ आए लोग लंगर के लिए साथ बैठे और करीब 45 मिनट तक गुरुद्वारे में रहे. रंजीत सिंह ने याद करते हुए बताया, “मैं बस यह सुन सका कि वे फोन पर किसी ‘माहौल’ के बारे में पता कर रहे थे, लेकिन मैंने इसे इग्नोर कर दिया.” फिर अमृत ने मुझसे मेरा मोबाइल फोन मांगा. फोन लेने के बाद जब वह जा रहा था तो मैंने अपना फोन मांगा तो अमृत ने बताया कि वह अभी बात करने जा रहा है, थोड़ी देर में वापस कर देगा.

चंडीगढ़ में पंजाब के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि कार बदलने और फिर ब्रेजा कार से भागने के बाद, अमृतपाल नांगल अंबियान गुरुद्वारा आया और फिर कपड़ा बदलकर वहां से भाग गया. मामले में 4 लोग पकड़े गए हैं. आईजी ने बताया कि अमृतपाल इसी गुरुद्वारा से 2 बाइक पर 3 अन्य लोगों के साथ भाग गया. भागने के दौरान उसका कृपाण वहीं पर रह गया था.

दूसरी ओर, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कल मंगलवार को 12 लोगों के खिलाफ अपना पहला चार्जशीट दाखिल कर दिया, जिन पर कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक संगठनों और पाकिस्तान स्थित दहशतगर्दों के साथ ताल्लुक पाए गए हैं. एनआईए आतंकी साजिश रचने के मामले में कथित भूमिका को लेकर 10 और लोगों की जांच कर रही है.