राहुल गांधी के वीर सावरकर को लेकर दिए गए बयान से बवाल खड़ा हो गया है. बीजेपी से लेकर कांग्रेस के सहयोगी दल तक इस पर अपनी नाराजगी जता रहे हैं. इस बीच बीजेपी ने राहुल गांधी के बयान का कड़ा विरोध किया है. इसके लिए संसद के बाहर खड़े होकर महाराष्ट्र के बीजेपी सासंदों ने सोमवार को प्रदर्शन भी किया और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान बीजेपी सांसद पूनम महाजन ने उनकी जमकर आलोचना की औऱ देश को गंदगी की ओर ले जाने का आरोप लगाया.
Join DV News Live on Telegram
दरअसल ये पूरा बवाल राहुल गांधी के उस बयान से मचा है जो उन्होंने 25 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया था. उन्होंने इस दौरान सावरकर का जिक्र किया था कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, राहुल गांधी और गांधी किसी से माफी नहीं मांगता. वहीं पूनम महाजन ने उनके बयान की आलोचना की कि वो सावरकर हो भी नहीं सकते हैं. वो तो गांधी भी नहीं है. वो जो अराजकता की गंदगी फैला रहे हैं, वो राहुल गांधी नहीं, राहुल गंदगी हैं जो देश को गंदगी की ओर ले जा रहे हैं.
#WATCH | Maharashtra BJP MPs protest in front of the Shivaji statue in Parliament against Rahul Gandhi's comments on Savarkar. pic.twitter.com/zEhIecvSic
— ANI (@ANI) March 27, 2023
वहीं बीजेपी विधायक राम कदम ने भी इस दौरान राहुल गांधी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा और बाल ठाकरे द्वारा मणिशंकर अय्यर की तस्वीर को चप्पल से मारने की घटना का जिक्र किया. उन्होंने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब मणिशंकर अय्यर ने वीर सावरकर का अपमान किया था तब स्वर्गीय बाल ठाकरे ने उनकी तस्वीर को चप्पल से पीटा था. वहीं दूसरी ओर उद्धव ठाकरे को इतने दिनों से याद नहीं आया कि राहुल गांधी लगातार वीर सावरकर का अपमान कर रहे हैं और आज कह रहे हैं कि अपमान ना करें.
बता दें, ये पूरा बवाल मोदी सरनेम को लेकर दिए गए उनके पुराने बयान को लेकर शुरू हुआ है. उनके इस बयान को लेकर सूरत कोर्ट ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई हैं. साथ ही उनकी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई है. बीजेपी इस मामले पर उनसे माफी की मांग कर रही हैं. इसी के जवाब में उन्होंने सावरकर को लेकर बयान दिया था. हालांकि बीजेपी अभी भी राहुल गांधी से माफी मांगने को कह रही है.
क्या था मोदी सरनेम वाला बयान?
राहुल गांधी ने नीरव मोदी, ललित मोदी जैसे लोगों का जिक्र करते हुए कहा था कि कैसे सभी चोरो के नामों में मोदी सरनेम जुड़ा हुआ है. उन्होंने ये बयान 2019 में लोकसभा चुनावों के दौरान दिया था.