Corona virus मरीजों की संख्या करीब 11 हजार होने वाली है. महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और कर्नाटक में सबसे अधिक केस रिपोर्ट किए जा रहे हैं. देश में कुल 14 राज्यों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है. कुछ सप्ताह में ही संक्रमण दर में करीब चार गुना का इजाफा हुआ है. दिल्ली के दो जिलों में पॉजिटिविटी रेट 13 फीसदी के पार चला गया है. कोविड से हॉस्पिटलाइजेश भी थोड़ा बढ़ा है. देश में दैनिक पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ रहा है. राहत की बात यह है कि रिकवरी रेट अभी भी 99 प्रतिशत के करीब है, लेकिन रोजाना कोविड के मामलों में हो रहा इजाफा चिंता बढ़ा रहा है.

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Covid की पिछली तीन लहरों के दौरान भी जब केस बढ़े थे तो उसके कुछ महीनों बाद पीक आया था. तीसरी लहर में पीक काफी जल्दी आ गया था. उस लहर के दौरान न तो हॉस्पाटलाइजेशन बढ़ा था और न ही मौत के मामलों मेंं इजाफा हुआ था. एक्सपर्ट्स बताते है कि इस बार बढ़ रहे केस कोई नई लहर नहीं है. ये कोविड के मामलों में एक हल्का उछाल है, जो कुछ दिन बाद कम हो जाएगा.

उम्मीद है कि अप्रैल के दूसरे सप्ताह की शुरुआत में केस कम होने लगेंगे. हालांकि तब तक मामले बढ़ेंगे जरूर, लेकिन इनकी स्पीड कम ही रहेगी. केवल वह लोग संकमित ज्यादा होंगे जिनको पहले से ही कोई गंभीर बीमारी है या फिर जो बुजुर्ग मरीज हैं.

एम्स नई दिल्ली में मेडिसिन डिपार्टमेंट में एडिशनल प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल के मुताबिक, कोरोना के केस भले ही बढ़ रहे हैं, लेकिन इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है. देश में कोविड के खिलाफ सर्विलांस सिस्टम बेहतर है इसलिए केस रिपोर्ट हो रहे हैं, हालांकि लोगों को सलाह है कि वे कोविड को हल्के में न लें और इससे बचाव के नियमों का पालन करते रहें. मास्क जरूर लगाएं और भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें.