वाशिंगटन: अमेरिका और भारत के रिश्तों को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग ने हाल के दिनों में कई बयान दिए हैं. इन सम्मेलनों में उन्होंने भारत को अपना अच्छा मित्र बताया। इन सबके बीच अमेरिका इस साल 10 लाख से ज्यादा भारतीयों को वीजा जारी करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। बाइडन प्रशासन में दक्षिण एशिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही। उन्होंने आश्वासन दिया कि बाइडन प्रशासन इस साल गर्मियों में उन सभी भारतीयों के लिए छात्र वीजा प्रक्रिया को पूरा करेगा जिनके स्कूल सितंबर में शुरू हो रहे हैं। दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने कहा कि वे भी वीजा को प्राथमिकता दे रहे हैं।

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गौरतलब है कि भारत के आईटी पेशेवरों के बीच एच.1बी और एल वीजा की काफी मांग है। एच-1बी वीजा गैर.अप्रवासी वीजा है, जिससे अमेरिकी कंपनियों को खास विशेषज्ञता वाले पेशेवरों में विदेशी कामगारों की भर्ती करने की अनुमति मिलती है।

प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को भर्ती करने के लिए इस पर निर्भर रहती हैं। लू ने कहा, ‘हम इस साल दस लाख से अधिक वीजा जारी करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। छात्र वीजा और अप्रवासी वीजा की रिकॉर्ड संख्या के साथ यह हमारे लिए अब तक सर्वाधिक है।

उन्होंने कहा कि ऐसे सभी भारतीयों के लिए छात्र वीजा की प्रक्रिया को इस गर्मी में पूरा कर दिया जाएगा, जिनके विद्यालय सितंबर से शुरू होने हैं। भारत में पहली बार वीजा आवेदन करने वालों के लिए प्रतीक्षा अवधि बढ़ रही है। अमेरिका जाने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों के मामले में भारत अब दुनिया में दूसरे स्थान पर है।