पंडितों कन्याओं बच्चे को भोज कराया भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागवत कथा सुनी
मध्य प्रदेश इंदौर में भागवत कथा एवं अन्नपूर्णा कार्यक्रम किया गया जिसमें हजारों संख्या में श्रद्धालुओं ने स्वादिष्ट भोजन अन्नपूर्णा का लाभ उठाया एवं पंडितो एवं कन्याओ, बच्चों को भोज कराया भारी अन्नपूर्णा एवं भागवत कथा में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने सहयोग प्रदान करके भागवत कथा एवं अन्नपूर्णा कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया एवं भागवत कथा का लाभ उठाया।
सभी वरिष्ठ समाजसेवी मौजूद रहे कन्याऔ को पंडितो को तिलक लगाकर दक्षिणा देकर उन्हें भोजन कराया गया श्रीमती आशा विजयवर्गीय ने कन्या का पूजन कर उनका आशीर्वाद लेकर उन्हें भेज दी इस अवसर पर उनके साथ में कईं समाज के अन्नपूर्णा मंदिर को फूलों से सजाया गया देर रात तक मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा कोई मंदिर की सेल्फी लेते हुए नजर आया कोई पंडितों के आशीर्वाद लेता हुआ नजर आया कोई महात्मा जी के आशीर्वाद लेता हुआ नजर आया चारों तरफ भक्ति भाव का अनोखा संगम था जो देखते ही बनता था.
भागवत कथा भगवान को अर्पित होती है कहा जाता है की भगवान खुद कथा स्थल पर मौजूद होते हैं लेकिन हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि बिना भक्तों के कोई भाव नहीं होता है भागवत कथा में भक्तों का भी वर्णन किया गया है माथे पर कलश रखने से मन की शुद्धि होती है भागवत कथा को मोक्षदायिनी कहा गया है जहां हमें मोक्ष पाने के लिए कहीं तरह के जतन करना पड़ते हैं वही मात्र भागवत कथा श्रवण करने से हमारे सभी विकार हमारे कष्ट दूर हो जाते हैं और आदमी बहु सागर को पार हो जाता हैं हमारे शास्त्रों में लिखा गया है कथा के वक्त किसी न किसी रूप में भगवान स्वयं मौजूद रहते हैं और अपने भक्तों की भक्ति भावना देखकर उन्हें दुख और आर्थिक संकट से मुक्ति दिलाते हैं.