दिल्ली से सटे गाजियाबाद में डेंगू से एक युवक की मौत हो गई है

गाजियाबाद में डेंगू का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. पूरे जिले में डेंगू के अब तक 34 मामले सामने आ चुके हैं. यहां डेंगू से 21 साल के एक युवक की मौत भी हो गई है. डेंगू से मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा पहले से ज्यादा चौकस हो गया है. गाजियाबाद में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले शहरी इलाके में पाये गये हैं. हालात को देखते हुए नगर निगम की साफ सफाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं. शहरी क्षेत्रों में महीनों से छिड़काव नहीं होने और सफाई न होने के चलते जगह-जगह मच्छर पनप रहे हैं. बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. जानकारी के मुताबिक संजय नगर के सरकारी अस्पताल में भी डेंगू का लारवा मिला है.

जिले में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. डेंगू, मलेरिया के मच्छरों पर नियंत्रण करने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है. शहरी इलाकों समेत ग्रामीण इलाकों में भी एंटी लारवा गैस का छिड़काव और जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है. शहरी इलाकों में डेंगू के बढ़ते केस से प्रशासन चिंतित है.

निगम पार्षद ने सफाई को लेकर उठाया सवाल

पार्षद अनुज त्यागी ने शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर गाजियाबाद नगर निगम पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है निगम सफाई के मामले में पूरी तरह से फिसड्डी साबित हो रहा है. निगम की गाड़ियों में तेल नहीं है. यहां तक कि फॉगिंग के लिए भी तेल नहीं है. नगर निगम आर्थिक तंगी से जूझ रहा है, जिसके चलते सफाई अभियान प्रभावित हो रहे हैं. कहने पर भी कर्मचारी काम करने से कतराते हैं.

मलेरिया विभाग करा रहा है छिड़काव

हालात की गंभीरता को देखते हुए गाजियाबाद के देहाती क्षेत्रों में ग्राम प्रधानों के सहयोग से मलेरिया विभाग एंटी लारवा स्प्रे करवा रहा है. मलेरिया विभाग की अधिकारी विनीता मिश्रा का कहना है नगर निगम के सहयोग से शहरी क्षेत्रों में भी हर स्थान पर छिड़काव किया जा रहा है. ताकि ऐसे रोगों से बचाव किया जा सके.

लेकिन सवाल यह है कि शहरी क्षेत्र में परिणाम नजर क्यों नहीं आ रहे हैं. नगर निगम के पार्षद लगातार आरोप लगा रहे हैं और नगर निगम के अधिकारी बोलने के लिए तैयार नहीं है.