Delhi News: संसद के मानसून सत्र के दौरान बीते सोमवार को राज्यसभा से भी दिल्ली सेवा विधेयक बिल पास हो गया, लेकिन इसको लेकर राजनीति भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच राजनीति चरम पर है. राज्यसभा से सभापति जगदीप धनखड़ ने बिल पास होने के चार दिन बाद सिग्नेचर विवाद को लेकर आप सांसद को विशेषाधिकार समिति की जांच रिपोर्ट आने तक के लिए निलंबित कर दिया है. इस घटना के बाद भी राघव चड्ढा अपने स्टैंड पर कायम हैं. उनका कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. जिस सिग्नेचर विवाद को आधार बनाकर मुझे बीजेपी वाले गलत साबित करना चाहते हैं, वो अपराध तो मैंने किया ही नहीं. मैंने, किसी का सिग्नेचर नहीं किया. इसके बावजूद मुझे निलंबित किया गया तो भी मैं डरूंगा नहीं, और विशे​षाधिकार समिति का सामना करूंगा.

अब क्या है राघव चड्ढा का प्लान?

राज्यसभा से निलंबित होने के बाद राघव चड्ढा ने कहा कि मैं शहीदे आजम की धरती से आता हूं. विशेषाधिकार समिति द्वारा बुलाए जाने पर अपना पक्ष पूरी मजबूती से पक्ष रखूंगा. समिति को बताउंगा कि मैंने किसी सांसद के सिग्नेचर का दुरुपयोग नहीं किया है. रूल के हिसाब से मैंने कुछ सांसदों का नाम सेलेक्ट कमेटी के सामने प्रस्तावित किया था. रूल बुक के हिसाब से ऐसा करना मेरा अधिकार है. इसके लिए किसी सांसद के​ लिखित या सिग्नेचर की जरूरत नहीं पड़ती है. ऐसे में नाम प्रस्तावित करने में गलत क्या है? बीजेपी वाले मनगढंत आरोप लगा रहे हैं. मुझ पर कीचड़ उछालकर बदनाम करना चहते हैं. इससे आगे वह कहते हैं कि विशेषाधिकार समिति ने मुझे से पहले पूर्व पीएम इंदिरा गांधी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के खिलाफ भी कार्रवाई की थी. इसके बावजूद मैं किसी से डरता नहीं. मैं विशेषाधिकार समिति का डटकर सामना करूंगा. इसके आगे वो कहते हैं सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है.जय हिंद.

आखिर, मेरा अपराध क्या है?

आप के निलंबित सांसद राघव चड्ढा का कहना है कि आखिर मेरा अपराध क्या है? यही न कि, मैंने संसद में खड़े होकर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के सबसे बड़े नेताओं से सवाल पूछ लिया. दिल्ली सेवा बिल पर बीजेपी के सबसे बड़े नेताओं से न्याय की मांग की? बीजेपी को आइना दिखाया? इसी हफ्ते मुझे विशेषाधिकार समिति से 2 नोटिस मिले. शायद यह रिकॉर्ड भी मेरे नाम ही हो. मानसून सत्र में ही AAP के 3 सांसदों को सस्पेंड किया गया. इनमें संजय सिंह, सुशील रिंकू और अब मेरा नाम भी शामिल है. उनका कहना है कि जिस मनगढ़ंत अपराध के लिए बीजेपी मुझे दोषी करार दे रही है, वो अपराध किसी रूल बुक में नहीं लिखा है. मुझे लगता है जैसे राहुल गांधी की सदस्यता गई, ये आप सांसदों की भी सदस्यता रद्द कर सकते हैं.