हिमाचल प्रदेश में दो दिन से तेज बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे में लैंडस्लाइड, बादल फटने और बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 33 लोगों की जान चली गई है। मौसम विभाग ने राज्य में 16 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

पिछले 24 घंटे में शिमला में सबसे ज्यादा मौतें

शिमला के समरहिल इलाके में स्थित शिव बावड़ी मंदिर भारी बारिश की वजह से भूस्खलन की चपेट में आ गया। 25 से ज्यादा लोग मलबे में दब गए। अब तक 2 बच्चों समेत 8 शव निकाले जा चुके हैं। बाकी की तलाश जारी है।

बारिश से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत

लगातार हो रही बारिश की वजह से मंदिर में रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत हो रही है। पहाड़ी से अभी भी पत्थर गिर रहे हैं। मंदिर के ऊपर मलबे के साथ चार से पांच पेड़ आ गिरे। इससे ज्यादा नुकसान हुआ है। SDRF, ITBP, पुलिस और स्थानीय लोग रेस्क्यू में जुटे हुए हैं। जेसीबी मशीन से मलबा हटाया जा रहा है।

CM ने घटनास्थल का दौरा किया

हिमाचल के CM सुखविंदर सिंह सुक्खू भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है। फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। उधर, CM के मीडिया एडवाइजर नरेश चौहान ने कहा- 10 से 15 लोगों के फंसे होने की आशंका है।

पहाड़ों की वर्टिकल कटिंग, ज्यादा बारिश से तबाही
हिमाचल प्रदेश के इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के जियोलॉजिस्ट अतुल शर्मा ने बताया कि सड़कों के लिए पहाड़ों की वर्टिकल कटिंग की जा रही है। इससे ज्यादा तबाही हो रही है। चंडीगढ़-शिमला फोरलेन और चंडीगढ़-मनाली फोरलेन हाईवे के किनारे इसी कारण ज्यादा नुकसान हुआ है।

इस बार हैवी रेनफॉल से भी हालात ज्यादा बिगड़े हैं। हिमाचल में अप्रैल से ही लगातार बारिश हो रही है। इससे जमीन में नमी अधिक हो गई है। ऐसे में ताजा बारिश होते ही नुकसान हो रहा है।