मध्य प्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में हलचल तेज है. मंगलवार देर शाम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात की है. कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी हफ्ते राज्य में कैबिनेट विस्तार हो सकता है, जिसको लेकर शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल से मुलाकात की है.

सूत्रों के मुताबिक इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के तीन सीनियर विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. बताया जा रहा है इस विस्तार में विध्य से राजेंद्र शुक्ला, महाकौशल से गौरी शंकर बिसेन और लोधी समाज से जालम सिंह पटेल को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. मौजूदा समय में शिवराज सिंह सरकार में कुल 30 मंत्री हैं जबकि मंत्रिमंडल में 35 पद होते हैं, यानी अभी भी 5 पद खाली हैं. क्योंकि साल के अंत में राज्य में चुनाव होने हैं इसलिए नए मंत्रियों का कार्यकाल तकरीबन डेढ़ माह का ही होगा.

पिछले चुनाव का क्या रहा रिकॉर्ड?

230 विधानसभा सीटों के लिए मध्य प्रदेश में साल के अंत में चुनाव होने हैं. साल 2018 में हुए चुनावों में मध्य प्रदेश में बीजेपी को हार का सामना करना पड़े था, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया का बीजेपी का दामन थामने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोबार राजगद्दी संभाली थी. पिछले चुनाव में 114 सीटों पर जीतने के बाद कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. वहीं, बीजेपी ने 109 सीटों पर जीत हासिल की थी.

जीत के लिए सिंधिया फैक्टर भी अहम

मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज ‘मामा’ के नाम से भी प्रचलित हैं. बीते कई सालों से बीजेपी ने मध्य प्रदेश की कमान सीएम चौहान के हाथों में ही दे रखी है. वहीं, इस चुनाव में वोटरों को साधने के लिए सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को बढ़ावा दे रही है. इसके अलावा आगामी चुनाव में शिवराज सरकार के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अहम फैक्टर की भूमिका निभाएंगे.