साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स समिट की शुरुआत हो गई है। इस दौरान ब्रिक्स देशों के सभी नेता लावरोव सैंड्टन कन्वेंशन सेंटर में हाथ पकड़कर तस्वीर खिंचवाते नजर आए। बैठक की शुरुआत साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के बयान के साथ होगी।

समिट में अपने शुरुआती भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हम विकास यात्रा में सहयोग कर सकते हैं। ब्रिक्स के सभी देशों को साझा प्रयास करना चाहिए। ट्रेडिशनल मेडिसिन की दिशा में ब्रिक्स देशों को सहयोग करना चाहिए। यह समय की जरूरत भी है। वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर के लिए हम सभी देशों के साथ काम कर रहे हैं। हमने अफ्रीकी यूनियन को जी20 की परमानेंट मेंबरशिप देने का सुझाव रखा है। इससे उनका आत्मबल और बढ़ेगा। हम ब्रिक्स के विस्तार का समर्थन करते हैं।

2016 में हमने सभी को साथ लेकर चलने का सुझाव दिया था। हम सभी ब्रिक्स पार्टनर के साथ मिलकर सार्थक योगदान देते रहेंगे।

इसके बाद बाकी सभी देशों के नेता बयान जारी करेंगे। समिट के बाद BRICS लीडर्स एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे। इससे पहले साउथ अफ्रीका दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामाफोसा से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई।

इससे पहले मंगलवार को 15वीं BRICS समिट के तहत बिजनेस फोरम इवेंट आयोजित हुआ। हालांकि, इसमें चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग शामिल नहीं हुए। फोरम में चीन के प्रतिनिधि ने कहा- जिनपिंग ने ब्रिक्स के विस्तार की बात कही है, जिससे इंटरनेशनल बॉर्डर को और मजबूत किया जा सके। चीन हेजीमनी यानी हर जगह अपने दबदबे की चाहत नहीं रखता है। ये हमारे DNA में नहीं है।