देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। गाड़ियों में भरकर यूनिवसिर्टी के सामने मार्च कर दिया और घेराव की कोशिश की। बेरिकेड्स पर चढ़ने लगे तो पुलिस ने वाटर कैनन से रोकने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ाकर खदेड़ा और लाठियां भी भांजीं। इसके बाद प्रदेशाध्यक्ष, इंदौर प्रभारी समेत 50 पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। एक-दो लोगों को चोट आने की खबर है।

कार्यकर्ताओं के आने की जानकारी मिलते ही घेराव के पहले ही यहां भारी पुलिस बल की तैनाती विश्वविद्यालय के बाहर कर दी गई थी। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए थे। जैसे ही छात्र संगठन विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पहुंचा पुलिस ने रोकने का प्रयास शुरू कर दिया।

यूनिवर्सिटी गेट के पास बैरिगेटिंग थी छात्रों ने अंदर जाने का प्रयास किया तो धक्का मुक्की शुरू हो गई। इस कारण पुलिस को पुलिस बल का प्रयोग शुरु कर दिया। इसके बाद वाटर कैनन के पानी से सभी को खदेड़ दिया।

पुलिस ने कई जगह रोकने का किया प्रयास

मधु मिलन चौराहे से विश्वविद्यालय की तरफ बढ़ रहे छात्र संगठन के पदाधिकारी को पहले सड़क पर ही रोका गया। फिर छात्र संगठन ने जब जबरदस्ती मुख्य द्वार तक आने की कोशिश की तो पुलिस द्वारा मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। इस घेराव के चलते 50 से अधिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी पुलिस ने की है। बता दें कि 11 सूत्रीय मांगों को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय कुलपति को ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे लेकिन ज्ञापन नहीं सौंप पाए।