राजस्थान के भीलवाड़ा में 28 जनवरी 2023 को भगवान श्री देवनारायण जी के 1111वें ‘अवतरण महोत्सव’ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में पीएम मोदी भी शामिल हुए थे. इस दौरान गुर्जर समाज के आराध्य देव भगवान देवनारायण मंदिर के दानपात्र में उन्होंने लिफाफा नहीं, बल्कि नोट डाले थे. दरअसल, मंदिर के पुजारी ने एक VIDEO में दावा किया था कि प्रधानमंत्री ने एक लिफाफा डाला था. इस लिफाफे को 9 महीने बाद खोला गया तो इसमें 21 रुपये निकले थे, जबकि दानपात्र में दो अन्य लिफाफे में भी निकले. एक में 101 रुपए और दूसरे में 2100 रुपए रखे थे. अब बीजेपी ने पुजारी के दावे को गलत बताया है.

बीजेपी का कहना है कि भगवान श्री देवनारायण जी के 1111वें प्राकट्य दिवस पर पीएम मोदी मालासेरी डूंगरी दर्शन के लिए आए थे. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंदिर के दानपात्र में डाले गए लिफ़ाफ़े में 21 रुपये रखने की बात सामने आई थी, लेकिन पार्टी द्वारा जारी किए गए एक नए वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पीएम मोदी दानपात्र में लिफाफा नहीं, बल्कि नोट डाल रहे हैं.

बता दें कि मालासेरी डूंगरी के पुजारी हेमराज पोसवाल ने मीडिया के सामने लिफाफा खोलते हुए बताया था कि सफेद लिफाफा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दानपात्र में डाला था. उसी में से 21 रुपए निकले हैं. इस दानपात्र में दो अन्य लिफाफे में भी निकले, जिनमें से एक में 101 रुपए और दूसरे में 2100 रुपए थे.

मंदिर के पुजारी का वीडियो सामने आने के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और राजस्थान बीज निगम अध्यक्ष धीरज गुर्जर ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान श्री देवनारायण जी के 1111 वें प्राकट्य दिवस पर देव धाम भीलवाड़ा को कुछ दिया नहीं. हजारों की संख्या में उपस्थित गुर्जर समाज के भाइयों से आपने और भाजपा ने वादा किया कि मैंने गुर्जर समाज को जो भी दिया है, वह मंदिर की दान-पेटी में डाल दिया है. लेकिन आज दान-पेटी खुलने पर खोले गए लिफाफे से जो 21 रुपए निकले हैं, वो गुर्जर समाज और देश के सामने आ गए हैं.