Delhi air pollution: दिल्ली में लगातार प्रदूषण के कारण हवा जहरीली होती जा रही है। राजधानी में रविवार को हवा खराब श्रेणी से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। 22 अक्टूबर का दिन 6 साल में सबसे अधिक प्रदूषित रहा है। एक्यूआई 313 दर्ज किया गया है। जो बेहद ही खराब है। दिल्ली में सुबह से ही स्मॉग का असर देखा जा सकता है। धूप निकलने के बाद भी लोगों को राहत नहीं मिल सकी है। 28 ऐसे इलाके रहे हैं, जहां बेहद खराब हवा रही है। वहीं, 9 इलाकों की हवा खराब रिकॉर्ड की गई है।
मंगलवार को भी नहीं बदलेगा हाल
शनिवार के मुकाबले एक्यूआई 55 अंक अधिक रहा है। सबसे अधिक एक्यूआई नेहरू नगर और सबसे कम डीटीयू में दर्ज किया गया। एनसीआर में ग्रेटर नोएडा सबसे प्रदूषित रहा। दिल्ली की हवा ओवरऑल बेहद खराब रही है। विशेषज्ञों ने बताया कि पूरे हफ्ते यही हाल रहेगा। हवा की दिशा और गति बदलने के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। पराली का धुआं अब भी परेशान करता रहेगा। फिलहाल दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) का दूसरा चरण लागू किया गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से बताया गया है कि इससे पहले 2017 में एक्यूआई 329 रिकॉर्ड किया गया था। 6 साल बाद फिर से हालात चिंता बढ़ाने वाले बने हैं। रविवार को एक्यूआई 313 रहा है। जो काफी खराब श्रेणी है। 2022 में 22 अक्टूबर को एक्यूआई 265 रिकॉर्ड हुआ था। 2021 में 170 और 2020 में 296 एक्यूआई रिकॉर्ड हुआ था। इसके अलावा 2019 में 207 और 2018 में 272 एक्यूआई नोट हुआ था।
स्मॉग की स्थिति हवाओं के शांत रहने के कारण बनी है। प्रदूषक कण अभी वातावरण में मौजूद हैं। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) ने बताया कि उत्तर पूर्व की ओर से जो हवा चली है, उसकी गति 4 से 12 किलोमीटर प्रति घंटा रही है। जिससे प्रदूषक फैल नहीं सके। सोमवार को भी उत्तर पूर्व से हवा चलेगी, जिसकी गति 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। सुबह धुंध भी छा सकती है।