मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को महानवमी के अवसर पर 350 से अधिक कन्याओं का पूजन कर उनके पांव पखारे. मुख्यमंत्री की ओर से कन्या भोज कार्यक्रम भी रखा गया था, जिसमें भोपाल जिले के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों के बीजेपी प्रत्याशी भी मौजूद रहे.

मुख्यमंत्री ने कहा, बेटियों से भेदभाव वाली मानसिकता भुला दें. मां, बहन, बेटियों का सम्मान करें. जहां मां, बहन, बेटियों का सम्मान होता है, वहां भगवान निवास करते हैं. महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हमारी सरकार ने प्रदेश में स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है. बहन-बेटियों के सशक्तिकरण के लिए भाजपा सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं.

भोज कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, हमने 9 दिन मां की उपासना की, आज कन्याएं यहां आई हैं, ये कन्या नहीं हैं, बेटियां हैं. हम इनमें साक्षात देवियों को देखते हैं. भारतीय संस्कृति में हमेशा बहन-बेटियों और स्त्रियों का स्थान बहुत ऊंचा रहा है. इसलिए बहन-बेटियों से भेदभाव की मानसिकता भुला दें.

‘कोई भी कार्यक्रम करता हूं तो बेटियों के पैर धोता हूं’

मुख्यमंत्री ने कहा कि, मैं रोज कोई भी कार्यक्रम करता हूं तो सबसे पहले बेटियों के पैर धोता हूं, पूजा करता हूं यह केवल कर्मकांड नहीं है, यह समाज को संदेश हैं कि बेटियों का सम्मान करो उनको समाज में स्थान दो. स्त्री और पुरुष दोनों का धरती के संसाधनों पर बराबर का अधिकार है. वो अधिकार उन्हें मिलना चाहिए, वो सम्मान उन्हें मिलना चाहिए और इसलिए हम योजनाओं के माध्यम से भरपूर प्रयास कर रहें है.