कांग्रेस और बीजेपी से मोह भंग हुआ तो मिर्ची बाबा अब अखिलेश यादव के हो गए हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया में पोस्ट की है. मिर्ची बाबा को मध्य प्रदेश में एक वीवीआईपी सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी है. अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है, मध्य प्रदेश में एक विशेष सीट से चुनाव लड़ने की शुभकामनाएं.
समाजवादी पार्टी के सूत्रों की मानें तो मिर्ची बाबा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बुधनी से उम्मीदवार बनाया जा सकता है. कभी दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के करीबी रहे मिर्ची बाबा ने अब पाला बदल लिया है. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के लिए प्रचार किया था. कांग्रेस की सरकार बनने पर कमलनाथ ने उन्हें निगम का अध्यक्ष बना कर राज्य मंत्री का दर्जा दिया था.
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान मिर्ची बाबा ने दिग्विजय सिंह के लिए पूजा पाठ किया था. उन्होंने दिग्विजय की जीत की भविष्यवाणी की थी. कांग्रेस के सीनियर लीडर दिग्विजय तब भोपाल से चुनाव लड़ रहे थे. बाबा ने तब पांच क्विंटल मिर्ची के साथ हवन किया, लेकिन दिग्विजय चुनाव हार गए. तब मिर्ची बाबा ने जल समाधि लेने की घोषणा की थी. इसके लिए उन्होंने भोपाल के कलेक्टर से इजाज़त मांगी पर नहीं मिली.
23 अक्टूबर को लखनऊ गए थे मिर्ची बाबा
मिर्ची बााबा 23 अक्टूबर को लखनऊ गए थे. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उन्होंने उनके घर पर मुलाक़ात की. दोनों की बातचीत में तय हुआ कि मिर्ची बाबा इस बार चुनाव लड़ेंगे. समाजवादी पार्टी अब तक एमपी में 43 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. अखिलेश के एक करीबी नेता ने बताया कि उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट में मिर्ची बाबा का नाम हो सकता है. अगर ऐसा हुआ तो मिर्ची बाबा का ये पहला चुनाव होगा.