स्कूल में सभी धर्म के बच्चों को एक नजर से देखा जाता है. सभी को एक समान समझा जाता है. एक तरह की पढ़ाई होती है. अलग-अलग धर्म के बच्चे एक ही स्कूल में पढ़ते है. स्कूल में किसी भी धार्मिक पूजा या नमाज बच्चों को करना मना है, लेकिन लखनऊ के एक बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालय में कुछ बच्चे नमाज पढ़ते नजर आए. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. जब हिंदू संगठन के लोगों ने इसका विरोध शुरू किया तो स्कूल प्रशासन के हाथ पैर फूल गए.

यह स्कूल लखनऊ के ठाकुरगंज के नैपियर रोड कालोनी में स्थित है. जहां बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई के दौरान बच्चों के नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ है. वायरल वीडियो के बाद क्षेत्रीय पार्षद मनीष रस्तोगी, विश्व हिंदू महासंघ के जिला संयोजक अंकुर सक्सेना, नगर अध्यक्ष आशीष गुप्ता सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने विरोध जताया. इन सभी लोगों ने स्कूल की इंचार्ज मीरा यादव पर बच्चों से नमाज अदा कराने का आरोप लगाया है. साथ ही स्कूल का घेराव कर जोनल अधिकारी से इस पूरे मामले की शिकायत की है.

स्कूल इंचार्ज की गई निलंबित

बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई के दौरान बच्चों के नमाज पढ़ने का मामले को संज्ञान में लिया गया है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार ने स्थानीय अधिकारियों को निरीक्षण कर जांच के आदेश दिए. जिसमें स्कूल इंचार्ज मीरा यादव, सहायक अध्यापिका तहजीब फातिमा और ममता मिश्रा दोषी पाई गईं हैं. तीनो के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं. इस पूरे मामले पर मीरा यादव को स्कूल इंचार्ज से निलंबित कर दिया है. खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार सिंह को 15 दिन में मुख्यालय को जांच रिपोर्ट देनी होगी.