मध्य प्रदेश सरकार ने डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर कर लिया है. हाईकोर्ट के दखल के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने लंबे समय बाद यह फैसला लिया है. इसके साथ ही विभागीय जांच भी समाप्त कर दी है.

GAD ने जारी आदेश में कहा कि निशा बांगड़े डिप्टी कलेक्टर, जिला छतरपुर ने त्यागपत्र स्वीकार किए जाने का निवेदन किया था. राज्य शासन 2018 बैच की अधिकारी निशा बांगरे का शासकीय सेवा से त्यागपत्र स्वीकृत करता है. उनके विरुद्ध जांच में प्रचलित विभाग जांच प्रकरण 23 अक्टूबर को ही अलग से आदेश जारी किया जा चुका है.

अब शिवराज सरकार ने सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के आदेश के पालन में निशा बांगरे का त्याग पत्र स्वीकार कर लिया. इसके साथ ही विभागीय इनक्वायरी भी समाप्त कर दी है. सवाल यह है कि क्या बैतूल के आमला से कांग्रेस अपना प्रत्याशी बदल सकती है? क्योंकि कांग्रेस ने आमला से अपना उम्मीदवार एक दिन पहले ही घोषित किया था. बता दें कि कांग्रेस ने सोमवार देर शाम ही मनोज माल्वे को आमला से उम्मीदवार बनाया है.

दरअसल, छतरपुर जिले में एसडीएम निशा बांगरे नौकरी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ना चाहती थीं. लेकिन सरकार उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रही थी और इसलिए निशा बांगड़े ने कोर्ट का रुख किया था. अब कोर्ट के आदेश पर सरकार ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है. हालांकि, चार विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस अपने प्रत्याशी बदल सकती है.

बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक पर्चा भरा जाना है. फॉर्म वापसी 2 नवंबर तक होगी. मतदान 17 नवंबर को होगा और मतगणना 3 दिसंबर को होगी.