तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा आचार समिति के समन को टाल दिया. शुक्रवार को उन्होंने बताया कि वह 31 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी के सामने पेश नहीं हो पाएंगी. लोकसभा की आचार समिति ने ‘कैश के बदले संसद में सवाल’ पूछने के गंभीर आरोप के मामले में तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा को 31 अक्टूबर को पूछताछ के लिए व्यक्तिगत रूप से पेश होने कहा है. इस दिन महुआ मोइत्रा ने बताया कि वह उस दिन हाजिर नहीं हो सकेंगी. उन्होंने कहा कि वह फिलहाल दुर्गा पूजा का विजया सम्मेलनी में बंगाल में व्यस्त हैं. इस कारण वह हाजिर नहीं पाएंगी.

तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि 31 अक्टूबर को दिल्ली में उपस्थित होना उनके लिए संभव नहीं है. उस दिन उनका पूर्व निर्धारित कार्यक्रम है. हालांकि, वह 5 नवंबर के बाद किसी भी दिन, किसी भी समय समिति के सामने उपस्थित हो सकती हैं.

दुर्गा पूजा को इसका कारण बताते हुए, कृष्णानगर के सांसद लिखा, “मैं पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व करती हूं, जहां दुर्गा पूजा सबसे बड़ा त्योहार है. मेरा पहले से ही कई विजयादशमी सम्मेलनों (सरकारी और राजनीतिक कार्यक्रमों) में भाग लेने का कार्यक्रम है. 30 अक्टूबर से 4 नवंबर तक केंद्र में मेरे कई कार्यक्रम हैं, इसलिए मैं 31 अक्टूबर को दिल्ली नहीं जा पाऊंगी.”

महुआ ने कहा कि वह भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहद्राई द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों पर खुद को निर्दोष साबित करने के लिए निष्पक्ष सुनवाई चाहती हैं, लेकिन कमेटी ने उन्हें अवैध तरीके से तलब किया और शिकायतकर्ताओं की बात पहले ही सुन ली.