दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है तो वहीं पंजाब के कई शहरों में प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है. इस बीच पंजाब की भगवंत सरकार ने प्रदूषण से बचने के लिए कई गाइडलाइंस भी जारी की हैं. इसके अलावा लोगों से मास्क लगाने की अपील की भी की गई है. इस बीच पंजाब में पराली जलाई जाने की घटनाओं में तेजी देखी गई है. इस सीजन में पराली जलाने के कुल मामलों का 78 फीसदी बीते आठ दिनों में रिकॉर्ड किया गया है.

पंजाब में इस सीजन में अब तक 17,403 पराली जलाने के मामले सामने आए हैं इनमें से कल 78.25% यानि 13,617 मामले पिछले 8 दिनों में ही सामने आए हैं. 5 नवंबर को इस सीजन में एक ही दिन के रिकॉर्ड 3,230 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जबकि हरियाणा में रविवार को सिर्फ 109 जगह ही पराली जलाई गई है.

पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक, खेतों में पराली जलाने की 3,230 नई घटनाओं के बाद इस सीजन में अबतक पंजाब में कुल 17,403 घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं. आंकड़ों से पता चलता है कि नवंबर में पराली जलाने की घटनाएं इस मौसम में कुल घटनाओं का 56 फीसदी हैं.

हालांकि इस साल 15 सितंबर से 5 नवंबर तक दर्ज की गई पराली जलाने की घटनाओं की संख्या पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान दर्ज की गई 29,400 से 41 फीसदी कम हैं. पंजाब में साल 2021 में इस दौरान कुल 28,792 घटनाएं सामने आई थीं.