Pneumonia disease: उत्तर प्रदेश में डेंगू मलेरिया के बाद अब एक बार फिर से निमोनिया लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। आलम यह हो रहा है कि लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है और उनकी हालत बेहद कम समय में ज्यादा खराब हो रही है। यह एक वायरस बीमारी के रूप में पूरे प्रदेश भर में फैल रहा है जिससे स्वास्थ्य महकमा में भी हड़कंप मचा हुआ है स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया की रोकथाम के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।

डेंगू और मलेरिया के बाद निमोनिया के केस

आपको बता दे कोरोना की दूसरी लहर में सबसे अधिक लोगों की जान गई थी और जान जाने की वजह निमोनिया था। कोरोना के अधिकतर मामलों में लोग निमोनिया से ग्रसित हो रहे थे। जिस वजह से कई लोगों की जान भी जा रही थी। वहीं अब जहां प्रदेश भर में अभी तक डेंगू और मलेरिया का प्रकोप देखने को मिल रहा था।

सारे सरकारी अस्पताल प्राइवेट अस्पताल मरीजों से भरे हुए थे तो वहीं अब एक बार फिर से निमोनिया एक वायरस बीमारी के रूप में फैल रहा है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से रोजाना सैकड़ो मामले सामने आ रहे हैं, जो कहीं ना कहीं स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं।

यह है निमोनिया के लक्षण

वहीं निमोनिया के लक्षणों की बात की जाए तो इसमें मरीज को सांस लेने में सबसे ज्यादा तकलीफ होती है, साथ ही सीने में दर्द की शिकायत हमेशा बनी रहती है। मैरीज खांसी से ग्रसित रहता है और उसे बलगम भी आता है वहीं निमोनिया में लोगों के फेफड़े पूरी तरीके से जाम हो जाते हैं।

ऐसे में उन्हें सांस लेने में काफी तकलीफ हो जाती है। कोरोना में ऐसे ही मरीजों की ज्यादातर मौत हो गई थी। वहीं अभी के आंकड़ों की बात की जाए तो यूपी में यह वायरस बीमारी के रूप में फैल रही है हालांकि इसमें अभी डेथ रेट बेहद कम है लेकिन मामले तेजी से सामने आ रहे हैं।