गाजा के अल शिफा अस्पताल में मरीजों के मरने का सिलसिला जारी है, यह गाजा पट्टी का सबसे बड़ा और उन्नत अस्पताल हैं. जो इजराइल के लगातार हमलों की मार झेल रहा है. अब बिजली और पानी की आपूर्ति प्रभावित होने की वजह से अस्पताल ने काम करना बंद कर दिया है. इससे 40 मरीजों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग अभी भी अस्पताल में फंसे हैं. हमास और इजराइल की जंग की वजह से इन्हें बाहर निकलने का मौका भी नहीं मिल पा रहा है.

WHO ने इसे बेहद गंभीर और खतरनाक स्थिति बताया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है, इसमें लिखा है कि ‘यह स्थिति गंभीर और खतरनाक है, बिना बिजली, बिना पानी और इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने से 3 दिन बीत गए हैं, जिससे आवश्यक देखभाल प्रदान करने की क्षमता गंभीर रूप से प्रभावित हुई है. वहीं इजराइल का मानना है कि अल शिफा अस्पताल हमास आतंकियों का गढ़ हो सकता है, दरअसल इजराइल के हमलों से बचने के लिए हमास के आतंकी बंधकों को अपनी ढाल बना रहे हैं, इसके अलावा अस्पतालों को कमांड सेंटर के तौर पर प्रयोग किया जा रहा है. हाल ही में इजराइली सैन्य प्रवक्ता ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें गाजा के रान्तिसी हॉस्पिटल फॉर चिल्ड्रन के तहखाने में बड़ी संख्या में हमास के हथियार मिले थे.

अल-शिफा अस्पताल पर हमला क्यों कर रहा इजराइल

अल शिफा अस्पताल गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल है, जो गाजा के स्वास्थ्य सेवा की आधारशिला होता था, यह छह मंजिला इमारतों का एक समूह है, जिसमें हर इमारत में 600 से 1 हजार तक बेड हैं. यह अस्पताल कई प्रकार की सेवाएं प्रदान करता है जो गाजा में कोई अस्पताल नहीं देता, हालांकि इजराइल-हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से यह अस्पताल विस्थापित लोगों के लिए काम कर रहा था. हालांकि अब इसे इजराइल की सेना ने घेर लिया है, सेना ने आरोप लगाया है कि अस्पताल के मरीजों और कर्मचारियों को हमास आतंकी मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि हमास और गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने इस दावों का खंडन किया है.

बाइडेन ने कहा-अस्पतालों को बचाओ

अलशिफा अस्पताल में काम करने वाले ब्रिटिश डॉक्टर डॉ. घासन अबू सिताह ने द गार्जियन से बातचीत में इजराइल के दावे को गलत बताया है, अमेरिकी अभियान समूह ह्यूमन राइट्स वॉच के मुताबिक इजराइली आरोपों की पुष्टि नहीं कर सका है. एक दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि गाजा के अस्पतालों को सुरक्षित किया जाना चाहिए. उन्होंने आशा और उम्मीद जताई थी कि गाजा के अस्पतालों में घुसपैठ की कार्रवाई कम होगी और हम इजराइलियों के साथ संपर्क में रहेंगे.