राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने आज अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. इसके लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर में हैं. बीजेपी अपने घोषणापत्र को संकल्प पत्र कहती है. राजस्थान के लिए इसका नाम ‘आपणो अग्रणी राजस्थान संकल्प पत्र’ रखा गया है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के पिछले पांच साल के कार्यकाल की आलोचना की. अध्यक्ष नड्डा ने केंद्रीय योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि योजनाओं के जरिए किसानों को बीजेपी ने आगे बढ़ाने का काम किया. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा दिए गए नियुक्ति पत्रों का जिक्र किया और कहा कि सात महीने में छह लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दिए गए हैं.

जेपी नड्डा ने कहा कि हम राजस्थान में डबल इंजन की सरकार चाहते हैं. उन्होंने अशोक गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण, घोटाला और महिलाओं पर अत्याचार करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार में जनता को लाभ पहुंचाया जाएगा. जेपी नड्डा ने बताया कि बीजेपी के घोषणापत्र के तीन पिलर हैं. इनमें विकास के लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास का मंत्र; दूसरा, गांव-गरीब, वंचित, पीड़ित, अनुसूचित जाति, जनजाति, महिलाओं को सशक्त करना; और तीसरा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोड़ देना शामिल है.

राजस्थान में बीजेपी की घोषणा पत्र में बड़े वादे:

कांग्रेस राज्य में नीलाम हुई किसानों की जमीन का उचित मुआवजा देने के लिए एक मुआवजा नीति लाई जाएगी.

जिले में महिला थाना और हर पुलिस स्टेशन में महिला डेस्क और सभी प्रमुख शहरों में एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन करेंगे.

लाडो प्रोत्साहन योजना को शुरू किया जाएगा जिसके अंतर्गत बालिका के जन्म पर 2 लाख के सेविंग मोड से वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी.

मुख्यमंत्री की फ्री स्कूटी योजना के अंतर्गत 12वीं पास करने वाली मेधावी छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी.

लखपति दीदी योजना के अंतर्गत 6 लाख से ज्यादा ग्रामीण महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा.

पीएम उज्जवला योजना के तहत सभी गरीब परिवारों की महिलाओं को 450 रुपए में सिलेंडर प्रदान किया जाएगा.

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्रों को यूनिफॉर्म आदि के लिए 1200 रुपए की वार्षिक सहायता प्रदान की जाएगी.

नाडा ने कहा कि अगर हमारी सरकार आती है तो पेपर लीक, फर्टिलाइजर, मिड डे मील, खनन, पीएम आवास, जल जीवन आदि घोटाले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाएगा.

टूरिज्म की दृष्टि से टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन कौशल कोर्स बनाकर पांच लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर और इसी के साथ-साथ रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करेंगे.

आईआईटी के तर्ज पर हर संभाग में राजस्थान इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी और राजस्थान इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस खोले जाएंगे.

प्रदेश में अगले 5 साल में ढाई लाख बेरोजगारों को नौकरी दी जाएगी.