वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आलोक शर्मा को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के निदेशक के पद पर तैनात किया गया है. स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप या एसपीजी भारत की सबसे महत्वपूर्ण विशिष्ट फोर्स में से एक है. एसपीजी देश के प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है. इस बार अनुभवी आईपीएस आलोक शर्मा को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप का प्रमुख नियुक्त किया गया है.
एसपीजी के नवनियुक्त निदेशक उत्तर प्रदेश कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं. केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने आलोक शर्मा को एसपीजी का निदेशक नियुक्त करने को हरी झंडी दे दी है. कल श्रम मंत्रालय ने एक सर्कुलर प्रकाशित कर इस नियुक्ति की जानकारी दी.
उत्तर प्रदेश के यह आईपीएस अधिकारी अब तक एसपीजी के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में कार्यरत थे. उनसे पहले अरुण कुमार सिन्हा एसपीजी के निदेशक थे. 6 सितंबर को गुरुग्राम के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया था. सिन्हा ने 2016 से 2023 तक एसपीजी की जिम्मेदारी संभाली. वह भारत में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले एसपीजी प्रमुख थे.
सितंबर से एसपीजी का कामकाज देख रहे हैं आलोक शर्मा
एसपीजी निदेशक अरुण कुमार सिन्हा के सितंबर में निधन के बाद से आलोक शर्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की देखरेख कर रहे थे. इस बार केंद्र ने उन्हें आधिकारिक तौर पर एसपीजी के निदेशक पद पर लाने के फैसले पर मुहर लगा दी.
अरुण कुमार सिन्हा के निधन के बाद वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आलोक शर्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप का कामकाज बहुत ही कुशलता के साथ निभा रहे थे. उनके कामकाज को देखते हुए उन्हें स्थायी रूप से निदेशक पद पर नियुक्त किया गया है.
हालांकि, कल केंद्रीय श्रम मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में एसपीजी प्रमुख के रूप में आलोक शर्मा के कार्यकाल का कोई जिक्र नहीं है. बताया जा रहा है कि यह निर्देश अगले निर्देश तक लागू रहेगा.