राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार को लेकर सियासत गर्म हो गई है. रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी दौसा पहुंचे हुए थे, जहां उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल ने कहा कि पीएम मोदी यह पता नहीं लगाना चाहते कि देश में पिछड़े लोग कितने हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा, मैंने संसद में कहा कि हमें सबसे पहले यह पता लगाना होगा कि देश में किसकी कितनी आबादी है. अगर हमें यही पता नहीं होगा तो फिर भारत माता की जय के नारे में शक्ति कहां से होगी. पहले पीएम खुद हर भाषण में कहते थे कि मैं ओबीसी हूं, लेकिन जिस दिन मैंने संसद में कहा कि अब पता लगाते हैं कि भारत में ओबीसी कितने हैं. उस दिन से पीएम का भाषण बदल गया और कहने लगे कि हिंदुस्तान में कोई जाति नहीं है सिर्फ गरीब हैं.
राहुल ने कहा, पीएम मोदी ओबीसी-ओबीसी कहकर 12000 करोड़ का नया हवाई जहाज खरीद लिया. रह घंटे कपड़ा बदलते हैं. 12 करोड़ की गाड़ी से चलते हैं. जब पिछड़ों को रोजगार नहीं मिलता तब आप नहीं कहते कि जाति नहीं है. आदिवासी का अपमान होता है तब आप नहीं कहते कि जाति नहीं है.
देश को सांसद-विधायक नहीं चलाते हैं: राहुल
राहुल ने कहा कि आप इस गलती में न रहें कि देश के एमपी-एमएलए चलाते हैं. देश तो अफसर चलाते हैं. पीएम की टीम में शामिल वो 90 अफसर देश चलाते हैं, लेकिन सवाल यह है कि अगर देश में ओबीसी की आबादी 50 फीसदी मान ली जाए तो इस 90 अफसर में कितने ओबीसी अधिकारी होने चाहिए? अगर आदिवासियों की आबादी 12 फीसदी तो फिर 90 अफसरों में आदिवासी अधिकारी कितने?
राहुल बोले- देश की बजट को 90 अधिकारी बांटते हैं
अगर 100 रुपए का बजट है जिसे ये 90 अधिकारी बांटते हैं तो फिर उसमें ओबीसी की भागीदारी कितनी होनी चाहिए. ये जो पूरे देश में ओबीसी युवा सामान्य वर्ग के गरीब युवा जो भटक रहे हैं उसका कारण क्या है. इस देश के लिए सबसे जरूरी काम जाति जनगणना है. जिस दिन जाति जनगणना हो जाएगी उस दिन दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.