बिहार में शराबबंदी है. यहां शराब पीना और पिलाना कानूनन जुर्म है. इसके बाद भी बिहार में धड़ल्ले से शराब की बिक्री हो रही है. भारी मात्रा में शराब की बरामदगी होती है साथ ही आए दिन जहरीली शराब पीकर लोगों की मौत का भी मामला सामने आता है. सीतामढ़ी में छठ पर्व के नहाय खाय और खरना के दिन पांच लोगों की मौत के बाद गोपालगंज में भी कथित जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या 5 हो गई है. गोपालगंज के अलग-अलग गांवों में पांच लोगों की मौत हुई है. मरने वाले के परिजन कह रहे हैं कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है वहीं पुलिस मौत की वजह बीमारी बता रही है. गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने शराब से मौत की बात से इंकार करते हुए कहा कि मौत बीमारी की वजह से हुई है.

पिछले पांच दिनों में जहरीली शराब पीकर पांच लोगों की मौत के बाद बीजेपी सरकार पर हमलावर है और बीजेपी बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह फेल बता रही है. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार में जहरीली शराब पीने से गोपालगंज और सीतामढ़ी में 10 लोगों की मौत हुई है. लोगों की मौत ने एकबार फिर बिहार की महागठबंधन और नीतीश सरकार की पोल खोलकर रख दी है. सुशील मोदी ने कहा- इस घटना से यह साबित हो गया है कि बिहार में शराबबंदी का सरकार का दावा फेल है.

बीजेपी ने कहा फेल है दावे

बीजेपी नेता ने कहा कि पुलिस, शराब माफिया मिली हुई है यही वजह है कि वह शराब किस वजह से हुई यह छुपाने में लगी है. शराब पीकर हुई मौत को अज्ञात बीमारी से मौत बता रही है. बिहार में अभी तक 8.67 लाख लीटर शराब जब्त किया गया है जबकि इससे दस गुणा ज्यादा की आपूर्ति की जा रही है. जिन लोगों की मौत हुई है उनके आश्रितों को 4-4 लाख रुपये देने की बात सुशील मोदी ने की है.