उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का आज जन्मदिन है. नेताजी की जयंती पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत तमाम मंत्रियों और नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर मुलायम सिंह के बेटे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने पिता को याद किया. वो सैफई में पिता के स्मारक पहुंचे.
दिवंगत मुलायम सिंह की जयंती के मौके पर सैफई में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान समाधि स्थल और उसके आस-पास फूलों से सजावट की गई. अखिलेश यादव ने सैफई में पिता के स्मारक का भूमि पूजन और शिलान्यास किया. इस दौरान उनके साथ चाचा शिवपाल सिंह यादव, समाजवादी नेता राम होपाल यादव समेत तमाम लोग मौजूद थे. सभी लोगों ने पहले नेता जी को श्रद्धांजलि दी. उसके बाद पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की और भूमी पूजन किया. हाथों में फावड़ा लेकर एक एक करके सभी नेताओं जमीन खोदी और स्मारक का शिलान्यास किया.
स्मारक में लगेगी मुलायम सिंह कांसे की प्रतिमा
बताया जा रहा है कि ये स्मारक 8.3 एकड़ जमीन पर बनाजा जा रहा है. इसे बनाने में करीब 80 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा. स्मारक में लोककला के साथ ही भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. यहां पर एक भ्वय पार्क का निर्माण भी कराया जाएगा. साथ ही एक म्यूजिम में तैयार किया जाएगा. समाधी स्थल में मुलायम सिंह यादव की भव्य कांसे की प्रतिमा लगाई जाएगी. यहां आने वाले लोगों को उनके जीवन के बारे में जानकारी मिलेगी. मुलायम सिंह यादव मेमोरियल में एक ऑडिटोरियम बनाने का भी फैसला किया गया है.
2027 में बनकतर तैयार होगा स्मारक
ये भव्य स्मारक 2027 में बनकतर तैयार हो जाएगा.अखिलेश यादव चाहते हैं कि उनके पिता मुलायम सिंह की याद में बनाए जा रहे स्मारक की संसद की पुरानी बिल्डिंग की तरह हो.अब्राहम लिंकन के स्मारक की तरह ही इस स्मारक में मुलायम सिंह की जिंदगी से जुड़ी चीजें भी प्रदर्शित करने की योजना बनाई जा रही है. आपको बता दें कि मुलायम सिंह का जन्म इटावा के सैफई में हुआ. यहीं से उनकी पढ़ाई लिखाई हुई. सैफई से मुलायम सिंह यादव की तमाम यादें जुड़ी हैं. ऐसे में उनके स्मारक के लिए सैफई से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती.