जम्मू-कश्मीर विशेषकर कश्मीर में सर्दियों की शुरुआत हो गई है और अभी तक पहाड़ी क्षेत्रों विशेषकर नियंत्रण रेखा से सट्टे पहाड़ों पर कई बार बर्फबारी भी देखी गई है. इसके बावजूद पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं. यह कोशिश बीते पांच महीनों में ऐसी लगभग दसवीं कोशिश थी. 26 पाकिस्तानी मूल के घुसपैठियों को सीमा के अंदर आने की कोशिश में ढेर किया गया.

सुरक्षा एजेंसियों विशेषकर सेना के अनुसार कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा, जिसमें उरी सेक्टर शामिल हैं, में हाल ही में घुसपैठ की एक ताजा कोशिश को सेना ने विफल बनाते हुए दो घुसपैठियों को मार गिराया है.

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान पार से वरिष्ठ कमांडरों की घुसपैठ कराने की कोशिश लगातार की जा रही है और इसका एक कारण यह भी है कि अभी जम्मू कश्मीर में आतंकी संगठनों में प्रमुख या हेड बिलकुल भी नहीं हैं, जिसकी कमी भरने के लिए ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं.

सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश तेज

एजेंसियों के अनुसार अभी सीमा पार से ऐसे कमांडरों की घुसपैठ कराने पे जोर दिया जा रहा है, जो कि 90 की दहायियों में कश्मीर छोड़ पाकिस्तान हथियारों की ट्रैनिंग के लिए गए थे. इसका एक सबूत उरी घुसपैठ में मारे गए बशीर अहमद मालिक से मिलता है, जो सेना के अनुसार बीते 30 सालों से आतंकवाद सहायक, लॉन्च कमांडर और घुसपैठ कराने के लिए एहम भूमिका निभाते आए हैं.

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार मारे गए आतंकियों से हथियार बारूद की खेप बरामद की गई हैं, जिससे यह भी साबित हो रहा है कि यहां मौजूद आतंकियों की हत्यार सप्लाई सुरक्षाबलों ने OGW नेटवर्क ध्वस्त करने से तोड़ दी है.