पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की परेशानियां थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं. पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को अल्टीमेटम दिया है कि अगर वह अपने चुनाव चिह्न को बरकरार रखना चाहती है तो 20 दिनों के भीतर पार्टी में आंतरिक चुनाव कराए.
आंतरिक चुनाव के बाद 7 दिन के भीतर इमरान की पार्टी पीटीआई को चुनाव की फाइनल रिपोर्ट इलेक्शन कमीशन को देनी होगी. अगर इमरान की पार्टी ऐसा नहीं कर पाती है तो चुनाव आयोग पार्टी का सिम्बल ‘बैट’ (बल्ला) छीन सकता है.
2021 ही से चुनाव पेंडिंग!
पाकिस्तान के इलेक्शन कमीशन ने ये कोई पहली बार नहीं कहा है. इसी बरस तीन अगस्त को इमरान खान की गिरफ्तारी से महज दो दिन पहले आयोग ने चेतावनी दी थी कि आगामी चुनाव में पार्टी को इस सिम्बल से हाथ धोना पड़ सकता है क्योंकि पार्टी में आंतरिक चुनाव 13 जून, 2021 ही से लंबित है.
पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने कहा है कि पीटीआई ने इससे पहले भी जो आंतरिक चुनाव कराया था, उसके साथ कई समस्याएं थीं. बकौल इलेक्शन कमीशन वह चुनाव पाकिस्तान के संविधान के हिसाब से नहीं हुआ था, उसकी पारदर्शिता पर भी कई सारे सवाल थे.
पीटीआई ने आरोपों से झाड़ा पल्ला
इमरान की पार्टी ने हालांकि इन आरोपों से पल्ला झाड़ा है और अपनी चुनावी व्यवस्था को पाक साफ कहा है. पीटीआई ने कहा है कि वह आयोग के फैसले को चुनौती देगी. इमरान के समर्थकों ने कहा हे कि बल्ला पीटीआई का चुनाव चिह्न पहले भी था और वे आगामी आम चुनाव में भी इसी सिम्बल के साथ आगे बढ़ेंगे.
महीनों की मशक्कत के बाद पाकिस्तान में अगले बरस फरवरी महीने में केंद्रीय चुनाव कराने पर सहमति बनी है. अभी इस्लामाबाद में कार्यवाहक सरकार शासन में है. अनवार उल हक काकड़ बतौर कार्यवाहक प्रधानमंत्री काम कर रहे हैं.
इमरान खान को झटके पर झटका!
पाकिस्तान की क्रिकेट टीम को जो एक बार विश्व कप जीतने का मकाम हासिल है, वह इमरान खान ही की कप्तानी के नाम है. इमरान खान इस लिए बल्ले को आगे रख अपनी राजनीति करते है. बल्ले का छिन जाना इमरान के लिए बड़ा झटका होगा. इसलिए पार्टी हर संभव कोशिश करेगी कि ऐसी नौबत न आए.