आज पूरी दुनिया की निगाहें इजराइल और गाजा पर टिकी है. हमास और इजराइल दोनों ही एक-दूसरे के बंधकों-कैदियों को रिहा करेंगे. दो अलग-अलग डील में बंधकों को रिहा किए जाने पर करार हुआ है. इनमें 13 महिलाएं और बच्चे इजराइली-विदेशी नागरिक हैं जिन्हें आज रिहा किया जाना है. 23 नागरिक थाईलैंड के हैं जिनकी रिहाई इजराइली बंधकों के साथ होगी या नहीं – स्पष्ट नहीं है. कतर और ईरान की मध्यस्थता से बंधकों की संभावित रिहाई और संघर्षविराम हो रहा है. स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे से यह लागू होगा और फिर बंधकों की रिहाई प्रक्रिया शुरू होगी.
इजराइल और हमास ने कतर की मध्यस्थता के बाद बुधवार को चार दिनों के संघर्षविराम पर करार किया था. मिस्र ने भी इसमें मदद की है, जिन्हें बेघर फिलिस्तीनियों के कथित घुसपैठ का डर सता रहा है. हमास ने ऐलान किया कि वे बंदी बनाए गए 13 इजराइली महिलाओं और बच्चों को रिहा करेंगे. बंधकों का पहला जत्था वैश्विक समयानुसार शुक्रवार दोपहर 4 बजे रिहा होने की उम्मीद है.
23 थाई नागरिकों की रिहाई की उम्मीद
गुरुवार को आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, माना जा रहा है कि गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए लगभग दो दर्जन थाई नागरिकों को इजराइली बंधकों की अदला-बदली के मौके पर रिहा किया जा सकता है. थाईलैंड ईरान के जरिए हमास से अपने नागरिकों को रिहा करने की अपील कर रहा है. लंदन स्थित मीडिया संस्थान अल-अरबी अल-जदीद ने मिस्री सूत्रों के हवाले से कहा कि हमास और थाईलैंड के बीच ईरानी मध्यस्थता के बाद हमास 23 थाई बंधकों को रिहा करने के लिए भी तैयार है. थाईलैंड का कहना है कि उसके 26 नागरिक 7 अक्टूबर के हमले के बाद बंधक बना लिए गए थे.
संघर्षविराम का पालन, नहीं होगा हमला
हमास ने अपने टेलीग्राम चैनल पर एक बयान जारी कर स्पष्ट किया है कि उनके लड़ाके चार दिनों तक कोई हमला नहीं करेंगे. हमास के प्रवक्ता अबू उबैदा ने एक वीडियो में कहा कि उनके लड़ाके कड़ाई से संघर्षविराम का पालन करेंगे. वहीं इजराइली सेना ने भी कहा है कि सेना गाजा में ही रहेगी लेकिन युद्धविराम के दरमियान किसी तरह के हमले नहीं करेगी. इजराइली सैन्य प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि हालात मुश्किल होंगे और कुछ निश्चित नहीं है… हो सकता है कि इस दौरान कुछ बदलाव भी हो सकती है.