अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 13 इजराइली बंधकों की रिहाई को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि यह कड़ी मेहनत का नतीजा है. हम बंधकों की रिहाई के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह तो अभी शुरुआत है. हम उम्मीद करते हैं कि कल और आने वाले दिनों में सभी बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा. बाइडेन ने कहा कि हम तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक ये बंधक हमास के कब्जों से रिहा नहीं हो जाते.
उन्होंने कहा कि हम तीनों देशों (कतर, इजराइल और मिस्र) से लगातार संपर्क में हैं. जबसे हमास के लड़ाकों ने इनलोगों का अपहरण किया है, तब से मैं लगातार इस पर काम कर रहा हूं. उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम किया है. युद्धविराम को लेकर लगातार दबाव बनाया है. तब जाकर हमें ये परिणाम मिला है. हर लगातार हर पहलू पर नजर रख रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बंधकों कि रिहाई को लेकर मैंने कतर के अमीर, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के लगातार बात की है. दरअसल, जिस समझौते के तहत बंधकों और कैदियों की रिहाई हुई है, वह समझौता कतर, अमेरिका और मिस्र की मध्यस्थता के बाद ही संभव हुआ है. इस डील के बाद चार दिन के लिए युद्धविराम किया गया है.
हमास ने 13 इजराइली समेत 25 बंधकों को छोड़ा
बता दें कि जंग के 49 दिन बाद हमास ने अपने कब्जे से 13 इजराइली समेत 25 बंधकों को रिहा कर दिया. इसके बदले इजराइल ने भी 39 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ दिया. हमास की कैद से रिहा होकर इजराइली नागरिक मिस्र के रास्ते अपने मुल्क पहुंचे. वहीं, इजराइल ने जिन 39 कैदियों को रिहा किया, उनमें ज्यादातर महिलाएं और नाबालिक बच्चे हैं शामिल हैं.