आजादी के पहले से कारोबारी सेक्टर में अपनी धमक रखने वाले हिंदुजा ग्रुप को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. आयकर विभाग (Income Tax Department) ने मुंबई समेत कई शहरों में ग्रुप के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया है. टैक्स पेमेंट से बचने के आरोपों को लेकर ये कार्रवाई की गई है.

कर चोरी की जांच के तहत एक्शन

बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कर चोरी के मामले की जांच के तहत हिंदुजा ग्रुपके मुंबई समेत कई शहरों में मौजूद परिसरों पर आईटी विभाग द्वारा ये कार्रवाई की गई है. यह तलाशी अभियान जनरल एंटी अवॉयडेंस रूल्स (GAAR) के तहत कर चोरी की जांच के सिलसिले में चलाया गया है.

देश में बड़ा है ग्रुप का कारोबार

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि कुछ ट्रांजैक्शंस, जो विशेष रूप से आयकर नियमों (IT Act) के तहत किए गए थे, करों से बचने के लिए हुए थे. इसके बाद आईटी विभाग ने ग्रुप के खिलाफ सर्वे ऑपरेशन शुरू किया. इस तलाशी अभियन में आयकर विभाग के कानूनों के अनुसार, सिर्फ कार्यालय परिसर को कवर किया जा रहा है.

देश में Hinduja Group के वेंचर्स की बात करें तो इनमें इंडसइंड बैंक, हिंदुजा लीलैंड फाइनेंस, हिंदुजा बैंक, अशोक लीलैंड, अशोक लीलैंड फाउंड्रीज या हिंदुजा फाउंड्रीज, स्विच मोबिलिटी, पीडी हिंदुजा नेशनल हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर, हिंदुजा टेक लिमिटेड, एनएक्सटीडिजिटल लिमिटेड और हिंदुजा रियल्टी वेंचर्स शामिल हैं.

हिंदुजा ग्रुप की ओर से अभी कोई बयान नहीं

आईटी की छापेमारी से संबंधित प्रकरण में अब तक हिंदुजा ग्रुप की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर के अलावा अब ग्रुप टेक, डिजिटल और फिनटेक सेक्टर में अपने कारोबार का विस्तार करने का प्लान बना रहा है. गौरतलब है कि साल 1914 में परमानंद दीपचंद हिंदुजा द्वारा स्थापित, Hinduja Group का बेस भारत ही रहा है, लेकिन इसका बड़ा कारोहार यूरोप, एशिया, मध्य पूर्व और अमेरिका में फैला हुआ है.