पश्चिम बंगाल के दौरे पर गए गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून का जिक्र किया था और आरोप लगाया था कि टीएमसी इसके खिलाफ है. अब तृणमूल कांग्रेस ने इसका जवाब दिया है. टीएमसी नेता शाशि पांजा ने कहा कि ‘अमित शाह के पास कुछ नया कहने को नहीं है. वह सीएए की बात करते हैं, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही साफ कर दिया है कि यह राज्य में लागू नहीं होगा.’ वहीं पार्टी प्रवक्ता ने शाह के बयान को ‘चुनावी जुमला’ करार दिया.
टीएमसी नेता ने इस बात पर जोर दिया कि सीएए को पारित हुए चार साल बीत चुके हैं लेकिन अब तक सिर्फ इसके नियमों में ही 9 बार बदलाव हो चुका है. गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर राजनीतिक लाभ के लिए सीएए का विरोध करने का आरोप लगाया था. बीते दिन वह कोलकाता में थे और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश में सीएए का लागू होना तय है, जबकि तुष्टीकरण, घुसपैठ, भ्रष्टाचार और राजनीतिक हिंसा जैसे मुद्दों के लिए बनर्जी पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने राज्य को “बर्बाद” कर दिया है.
अमित शाह का बयान ‘चुनावी जुमला’
वरिष्ठ टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल के मंत्री शशि पांजा ने कहा कि अमित शाह के पास कहने के लिए कुछ भी नया नहीं है. वह सीएए के बारे में बोलते हैं, जबकि ममता बनर्जी कई बार स्पष्ट रूप से कह चुकी हैं कि राज्य में सीएए लागू नहीं किया जाएगा. टीएमसी के राज्य प्रवक्ता कुणाल घोष ने बीजेपी पर राम मंदिर और सीएए जैसे मुद्दों को लगातार लाकर ‘अच्छे दिन’ के अपने अधूरे वादों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया. उन्होंने शाह के बयान को एक चुनावी जुमला करार दिया.