PM Modi in COP-28 Summit: वर्ल्ड क्लाइमेट समिट यानि ‘COP-28 के लिए पीएम मोदी पहुंच चुके हैं. इस सम्मेलन में पहुंचते ही PM मोदी यूएई के राष्ट्रपति और UN के जनरल सेक्रेटरी से मिले. इस सम्मेलन के लिए दुनिया भर के नेता दुबई में मौजूद हैं. इस सम्मेलन में दुनिया के 160 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं. ये सभी दिग्गज जलवायु परिवर्तन और इससे जुड़ी समस्याओं और उसके समाधान पर चर्चा करेंगे. इस सम्मेलन में आज पीएम मोदी का संबोधन भी होगा. जहां वो जलवायु परिवर्तन पर अपना एक्शन प्लान रखेंगे. पीएम मोदी दुबई में 21 घंटे रहेंगे. इस दौरान वो कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे.

समिट में संबोधन और कई द्विपक्षीय बैठकें

प्रधानमंत्री ने भारत और UAE को हरित और समृद्ध भविष्य के लिए साझेदार बताया है. पीएम मोदी यहां सत्र संबोधित करेंगे. जलवायु परिवर्तन को रोकने की दिशा में होने वाला ये यूएन का सालाना आयोजन है. UAE के एक अखबार को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और UAE हरित और समृद्ध भविष्य को आकार देने के लिए एक साथ खड़े हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जैसे-जैसे जलवायु परिवर्तन को लेकर हम काम कर रहे हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने ये भी कहा कि जलवायु परिवर्तन समस्या के निर्माण में विकासशील देशों ने योगदान नहीं किया है, लेकिन उन्हें इसके समाधान में योगदान करने के इच्छुक हैं लेकिन इन देशों को योगदान देने के लिए आवश्यक वित्तपोषण और प्रौद्योगिकी की बड़ी आवश्यकता है, जो उनके पहुंच से बाहर है इसलिए इस समस्या का समाधान तभी संभव है जब इन देशों को योगदान करने के लिए आवश्यक संसाधन मिलेंगे.

क्लाइमेट पर मोदी मंत्र, जलवायु सम्मेलन में ‘जय भारत’

प्रधान मंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात की अपनी छठी यात्रा के दौरान कहा, ‘भारत और UAE एक हरित और अधिक समृद्ध भविष्य को आकार देने में भागीदार के रूप में खड़े हैं, और हम जलवायु कार्रवाई पर वैश्विक चर्चा को प्रभावित करने के अपने संयुक्त प्रयासों में दृढ़ हैं.’

पीएम मोदी ने कहा, स्थिरता और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण को साझा करने वाले देशों के रूप में, भारत और संयुक्त अरब अमीरात वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा प्रयासों में अग्रणी के रूप में उभरे हैं. उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के भीतर जलवायु कार्रवाई के लिए UAE की अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की है.