पांचों राज्यों में चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस के बीच ओबीसी वर्ग का मुद्दा उठा था. इस मुद्दे को उठाया था राहुल गांधी ने. सदन में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान उन्होंने दावा किया था कि भारत सरकार के 90 सचिवों में से मात्र 3 अन्य पिछड़ा वर्ग यानी OBC से हैं. आरक्षण में ओबीसी महिलाओं को अलग आरक्षण मिलना चाहिए. छत्तीसगढ़ से लेकर राजस्थान तक, हर रैली और मंच पर राहुल गांधी ने इसे मुद्दा बनाया और PM मोदी को घेरा.

भाजपा ने भी इस पर पलटवार किया. कई सभाओं में पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और कांग्रेस से सवाल किया कि उनकी पार्टी ने ओबीसी वर्ग के लिए क्या किया है. लेकिन बड़ा सवाल है कि ओबीसी वोटर्स किसे पसंद करता है भाजपा या कांग्रेस को. शनिवार को आए एग्जिट पोल से यह तस्वीर काफी हद तक साफ हो गई है. जानिए, पोलस्ट्रेट के एग्जिट पोल में ओबीसी वोटर्स ने कैसे भाजपा पर ज्यादा भरोसा जताते हुए कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया.

भाजपा या कांग्रेस, कितने ओबीसी वोटर्स ने किसे चुना?

राहुल गांधी ने खुलकर ओबीसी वर्ग की पैरवी लेकिन राजस्थान में जहां कांग्रेस की सरकार वहां ओबीसी मतदाताओं ने भाजपा पर अधिक भरोसा जताया है. Polstrat एग्जिट पोल का कहता है, राजस्थान में मात्र 36 फीसदी ओबीसी वोटर्स ने कांग्रेस के लिए मतदान किया. यहां भाजपा को बड़ा फायदा मिला है. 46 फीसदी ओबीसी वोटर्स ने भाजपा के लिए मतदान किया. वहीं, 18 फीसदी ओबीसी वोटर्स ने अन्य दलों के लिए मतदान किया. यानी साफ है कि राजस्थान में ओबीसी वोटर भाजपा के साथ है.

छत्तीसगढ़: सबसे ज्यादा OBC वोटर्स भाजपा के पाले में

कांग्रेस की सरकार वाले राज्य छत्तीसगढ़ में भी ओबीसी वोटर्स ने कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है. यहां भी दोनों पार्टियों के बीच 5 फीसदी का अंतर है. छत्तीसगढ़ में 43 फीसदी ओबीसी वोटर्स ने कांग्रेस के लिए मतदान किया. वहीं, 5 फीसदी बढ़त के साथ भाजपा के लिए 48 फीसदी ओबीसी वोटर्स ने मतदान किया. 9 फीसदी वोटर्स ने अन्य पार्टियों के लिए वोटिंग की.