चार राज्यों के चुनावी परिणाम घोषित हो चुके हैं जिनमें से बीजेपी ने तीन राज्यों शानदार जीत हासिल की है. इन नतीजों के बाद डीएमके नेता और सनातन को लेकर विवादित बयान देने वाले उदयनिधि स्टालिन की भी प्रतिक्रिया आई है. उदयनिधि ने एक बार फिर सनातन को लेकर बयान दिया और कहा बीजेपी ने मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया और देश के लोगों ने उस पर चर्चा की.

उन्होंने कहा, ‘मुझे माफी मांगने के लिए कहा गया था, पर मैं कोई माफी नहीं मांगने वाला क्योंकि मैं स्टालिन का बेटा हूं और करूणानीधि का पोता हूं. मैं वही follow कर रहा हूं जो उनकी ideology है.’

नहीं मागूंगा माफी

अपने बयान के लेकर सफाई देते हुए उदयनिधि ने कहा,’मैं (चेन्नई में) एक सम्मेलन में भाग ले रहा था और केवल तीन मिनट बोला. मैंने जो कुछ कहा वह यह था कि सभी के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए और उनके साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए, और भेदभाव के किसी भी प्रयास को खत्म किया जाना चाहिए. लेकिन उन्होंने (बीजेपी) मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया, इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और पूरे देश में मेरे बारे में बात करने पर मजबूर कर दिया.’

उदयनिधि ने आगे कहा,’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश चुनाव प्रचार में मेरे बारे में बात की. उन्होंने कहा कि मैंने नरसंहार का आह्वान किया है, लेकिन उन्होंने ऐसी बातें कहीं जो मैंने नहीं कही थी. कुछ संतों ने मेरे सिर पर 5-10 करोड़ का इनाम घोषित कर दिया. मामला फिलहाल कोर्ट में है और मुझे कानून पर पूरा भरोसा है. मुझसे अपने बयान के लिए माफी मांगने को कहा गया. लेकिन मैंने कहा कि मैं माफी नहीं मांग सकता. मैंने कहा कि मैं स्टालिन का बेटा, कलैग्नार का पोता हूं और मैं केवल उनके द्वारा समर्थित विचारधारा को व्यक्त कर रहा था.’

उदयनिधि ने सनातन पर दिया था ये बयान

गत सितंबर में, उदयनिधि स्टालिन ने एक कार्यक्रम के दौरान ‘सनातन धर्म’ के उन्मूलन का आह्वान किया था. उन्होंने इसे ‘सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ’ बताया था. बता दें कि उदयनिधि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके चीफ एमके स्टालिन के बेटे हैं.