Britain Work Permit Visa Norms Changed: ब्रिटेन जाकर नौकरी करने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बुरी खबर है। सऊदी अरब के बाद ब्रिटेन ने भी वर्किंग वीजा के नियमों में बदलाव कर दिया है। इससे भारतीयों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। नए नियमों के अनुसार, ब्रिटेन में काम करने वाले विदेशी कर्मचारी अब अपने परिवार को साथ नहीं ले जा पाएंगे। ब्रिटेन के गृह सचिव जेम्स क्लेवरली ने संसद में बयान देकर नियमों में बदलाव की जानकारी दी। इसके बाद प्रधानमंत्री सुनक ने एक ट्वीट करके वर्किंग वीजा नियम बदलने की जानकारी लोगों को दी। वहीं वर्किंग वीजा नियम बदलने के पीछे का मकसद अप्रवासियों की संख्या को कम करना है।

स्टूडेंट्स को विशेष तौर पर मानना होगा नियम

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुनक सरकार ने बाहर से आकर ब्रिटेन में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए भी यह नियम बनाया है। अब वे तब तक परिवार को साथ नहीं रख सकेंगे, जब तक वे पोस्ट ग्रेजुएशन या संबंधित कोर्स की डिग्री हासिल नहीं कर लेते। हेल्थ और केयर टेकर के तौर पर परिवार को या परिवार के किसी सदस्य को साथ ले जाना बैन होगा। वहीं दूसरे देश से आकर ब्रिटेन में नौकरी करने वालों को अब वीजा लेने के लिए न्यूनतम वेतन बढ़ाना होगा। हालांकि अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री सुनक ने कहा कि ब्रिटेन में काफी अप्रवासियों का आना हो रहा है। इसे कम करने के लिए ही सरकार ने यह एक्शन लिया है। इससे सुनिश्चित होगा कि अप्रवासन से ब्रिटेन का फायदा हो।

वर्किंग वीजा के लिए सैलरी का नियम बदला गया

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में ब्रिटेन में करीब साढ़े 7 लाख अप्रवासी आए, जिससे सरकार और अन्य कई विभागों पर दबाव पड़ा। वर्किंग पॉलिसी प्रभावित हुई। नए वीजा नियम साल 2024 से प्रभावी हो जाएंगे। ऐऐ में अब कुशल श्रमिक वीजा लेकर ब्रिटेन आने वालों की सैलरी 26,200 ब्रिटिश पौंड से बढ़ाकर 38,700 ब्रिटिश पौंड कर दी गई है। इतनी सैलरी होने पर ही उन्हें ब्रिटेन का वर्किंग वीजा मिल पाएगा। फैमिली वीजा कैटेगरी में अप्लाई करने वालों को 18,600 ब्रिटिश पौंड सैलरी ही दिखानी होगी। वहीं ब्रिटिश सरकार के इस कदम से करीब 3 लाख भारतीयों पर असर पड़ेगा। उन्हें अपने देश लौटना होगा, क्योकि नए नियमों के बाद वे ब्रिटेन में रहने के पात्र नहीं हैं।