Ram Mandir Inauguration: अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन कार्यक्रम तय किया गया है. इसको लेकर तैयारियां जोर-जोर से पूरी की जा रही हैं. वहीं बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में भी इसको लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है. इसी कड़ी में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से वाराणसी के 50 विद्वानों, साहित्यकारों धर्माचार्य को इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र भेजा गया है. ट्रस्ट ने विद्वानों से 22 जनवरी से पहले पहुंचने का आग्रह किया है.

शिव की नगरी से अयोध्या पहुंचेंगे विद्वान

काशी के विद्वानों को आमंत्रण पत्र भेजने की जिम्मेदारी मिलने के बाद काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री गोविंद शर्मा ने बताया कि यह हम सभी सनातनियों के लिए हर्ष का विषय है कि 22 जनवरी को रामलाल अपने वास्तविक निवास स्थल पर विराजेंगे और यह हम सभी के लिए जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल होगा.

अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अनेक कार्यक्रम निर्धारित करने की योजना और तैयारी जोर-शोर से चल रही है. इसी क्रम में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से काशी के पदम सम्मानित, साहित्यकार, धर्माचार्य और अन्य क्षेत्र के 50 विद्वानों को आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. जिससे उन्हें इस आयोजन में शामिल होने का अवसर प्रदान हो सके.

महासचिव की तरफ से लिखा गया पत्र

22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित हो रहे श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय की तरफ से पत्र लिखा गया है. जिसमें निवेदन करते हुए लिखा है कि 22 जनवरी 2024 को गर्भगृह में राम लाल के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इसलिए आपसे निवेदन है कि 21 जनवरी से पहले अयोध्या पधारने की योजना बनाएं. जितना शीघ्र अयोध्या आएंगे उतनी सुविधा होगी. विलंब से आने पर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.