मिजोरम में पहली बार तीन महिलाएं विधायक चुनी गई हैं. इनमें से एक महिला का नाम बैरिल वेनिसांगी है. बेरिल मिजोरम की सबसे कम उम्र की महिला विधायक हैं. जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) की बेरिल आइजोल दक्षिण-III सीट से जीत हासिल की है. चुनाव जीतते ही उन्होंने मिजोरम में एक बड़ी लड़ाई छेड़ दी है. चुनाव जीतने के बाद बेरिल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा बेरिल ने कहा कि महिलाओं के लिए कोई जेंडर बार नहीं है. वह कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं.
बैरिल ने कहा कि महिलाएं अपनी पसंद का कुछ भी करने और अपने जुनून को पूरा करने के लिए कुछ भी कर सकती हैं. बैरिल ने आगे कहा कि वह सभी महिलाओं से यही कहना चाहती हैं तो वह लिंग भेद से बाहर निकलें. जेंडर जैसी चीजें हमें कुछ भी करने से नहीं रोक सकती. हम जो हासिल करना चाहते हैं कर सकते हैं. इसमें जेंडर बाधा नहीं बन सकती. मैं यह कहना चाहती हूं अगर महिलाएं कुछ हासिल करना चाहती हैं तो वे करें. बता दें कि बेरिल ने MNF के एफ लालनुनमाविया को 1414 वोटों से हराया. बेरिल को 9370 वोट मिले.
भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार से दूर रहने की सलाह
बैरिल ने आगे बताया कि मैं अपनी जीत उन लोगों को समर्पित करती हूं, जिन्होंने बदलाव के लिए वोट किया. लोग यहां परिवर्तन चाहते थे, जो सभी क्षेत्रों में विकास ला सके. इसलिए मैं इस जीत का श्रेय उन सभी लोगों को देना चाहूंगी, जिन्होंने हमारे पक्ष में मतदान किया.
उन्होंने कहा कि मैं हर किसी से यही आग्रह करती हूं कि वे व्यक्तिगत एहसान, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार से दूर रहते हुए राज्य की बेहतरी और विकास के लिए हमारे साझा प्रयास में आगे आएं और हमारे साथ हाथ मिलाएं. बैरिल ने सभी से ईमानदारी के रास्ते पर चलने की अपील की. राजनीति में आने से पहले बैरिल मॉडल थीं. उन्होंने एंकर और रेडियो जॉकी के रूप में भी काम किया है.