हाल ही में जापान के तट पर दुर्घटना के बाद अमेरिका में ऑस्प्रे हेलीकॉप्टरों के पूरे बेड़े को सेना से बाहर कर दिया है, जिसमें पायलट टीम के आठ सदस्यों की मौत हो गई थी. घटना की जांच से पता चला कि दुर्घटना एक खराबी के कारण हुई थी. अमेरिकी वायु सेना और नौसेना दोनों ने चल रही जांच के दौरान जोखिम को कम करने के लिए यह एहतियाती कदम उठाए हैं.

जापान तट पर हुई ऑस्प्रे दुर्घटना में शामिल सदस्यों के सभी अवशेष खबर लिखे जाने तक बरामद नहीं किए जा सके हैं. घटना के जवाब में, जापान ने भी अपने 14 ऑस्प्रे के बेड़े को बंद करने का फैसला किया है. अमेरिका के अलावा जापान एकमात्र देश है जो इन विमानों का इस्तेमाल करता है. ऑस्प्रे एक अनोखा हेलीकॉप्टर-विमान हाइब्रिड है जिसमें प्रोपेलर-चालित उड़ान के साथ वर्टिकल लैंडिंग और टेकऑफ की क्षमता है.

जापान के तट पर हुआ था हेलिकॉप्टर क्रैश

अमेरिकी वायु सेना ने कहा है कि जांच पूरी होने तक इसके इस्तेमाल पर रोक रहेगी. हालांकि जांच की अवधि के लिए कोई समय सीमा नहीं बताई गई है. दुर्घटना के दौरान, ऑस्प्रे यामागुची प्रान्त में यूएस मरीन कॉर्प्स एयरबेस से एक प्रशिक्षण उड़ान पर था, जो ओकिनावा में कडेना एयर बेस की ओर जा रहा था. चश्मदीदों का कहना है कि विमान इस दौरान हवा में ही पलट गया और फिर उसमें आग लग गई, जो समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई.

2007 से जांच के दायरे में ऑस्प्रे हेलिकॉप्टर

2007 में अपनी शुरुआत के बाद से कई घातक दुर्घटनाओं में शामिल होने के कारण ऑस्प्रे जांच के दायरे में रहा है. अगस्त में एक अलग घटना में, ऑस्प्रे का एक और मॉडल ऑस्ट्रेलिया में एक सैन्य अभ्यास के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें तीन अमेरिकी नौसैनिकों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए थे. इनके अलावा, पिछले साल कैलिफोर्निया के रेगिस्तान में ऑस्प्रे से जुड़ी एक दुर्घटना में पांच नौसैनिकों की जान चली गई थी.