मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन? ये सवाल हर किसी के जहन में चल रहा है. 3 दिसंबर को एमपी विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. एक हफ्ते से भी ज्यादा का इंतजार हो चुका है. मगर अभी तक सीएम तय नहीं हो पाया है. आज बीजेपी विधायक दल की बैठक भोपाल स्थित बीजेपी कार्यालय में रखी गई है. कार्यालय में बैठक को लेकर खास तैयारी भी की गई है और 4 बजे तक बैठक होने की उम्मीद है.
विधायक दल की बैठक के लिए तीनों पर्यवेक्षक भोपाल पहुंच गए हैं. मनोहर लाल खट्टर, डॉक्टर के लक्ष्मण और आशा लाकड़ा मध्य प्रदेश के पर्यवेक्षक हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद तीनों पर्यवेक्षकों को रिसीव किया है. विधायक दल की बैठक के बाद संभावित रूप से शाम 5-6 बजे तक सीएम का ऐलान हो सकता है.
क्या OBC से होगा मुख्यमंत्री?
बीते दिन ही छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को बनाया गया है. साय आदिवासी वर्ग से आते हैं. छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा आबादी भी आदिवासी वर्ग की ही है. हालांकि, मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा आबादी ओबीसी यानी पिछड़े वर्ग की है. यही कारण है कि 20 वर्षों में तीन मुख्यमंत्री बीजेपी ने पीछड़ा वर्ग से ही दिए हैं. ऐसे में प्रह्लाद पटेल और ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछड़ा वर्ग से ही आते हैं.
बीजेपी एमपी में खत्म करेगी ओबीसी फैक्टर?
मध्य प्रदेश में राहुल गांधी इस बार पूरे चुनाव में ओबीसी को लेकर ही अपनी पूरी सियासत आजमा रहे थे. जातिगत जनगणना का भी मुद्दा उठाया लेकिन राज्य चुनाव में इसका कुछ फायदा नहीं हुआ. ऐसे में हो सकता है कि इस बार बीजेपी ओबीसी के अलावा भी कोई दूसरा चेहरा सीएम के तौर पर पेश करे. देखना दिलचस्प होगा कि ‘एमपी के मन में मोदी’ मगर मोदी के मन में कौन हैं?
सीएम को लेकर बयान देने की विधायकों को मनाही
विधायक दल की बैठक से पहले विधायकों को बयान देने से मना किया गया है. पार्टी के आमंत्रण पत्र में खासतौर पर यह निर्दश दिया गया है. कहा गया है कि बैठक के पूर्व मीडिया को प्रतिक्रिया देने से बचें. दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक पंजीयन और लंच का प्रोग्राम रखा गया है. दोपहर 3:30 बजे विधायक दल की ग्रुप फोटो होगी. दोपहर 3:50 से विधायक दल की बैठक होगी. विधायकों से गनमैन, सुरक्षाकर्मी को कार्यालय से बाहर रखने का निर्देश दिया गया है.