चीन के गांसु में सोमवार देर रात आए भूकंप ने जबरदस्त तबाही मचाई है. इस भूकंप की वजह से अब तक 110 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. 6.2 तीव्रता वाले इस भूकंप के तेज झटकों के चलते कई मकान और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं. गांसु के अलावा किंघई प्रांतों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
गांसु और किंघई के कई इलाकों में बिजली और फोन लाइनें ठप हो गई हैं. दोनों जगह राहत बचाव कार्य जारी हैं. भूकंप से भारी तबाही के बाद गांसु और किंघई में घटनास्थल 100 से ज्यादा एंबुलेंस भेजा गया है. इसके अलावा इतने ही संख्या में मेडिकल स्टाफ भेजे गए हैं. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस तबाही पर दुख जताया है. उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
हालांकि, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने भूकंप की तीव्रता 5.9 बताई है. जबकि चीनी सीसीटीवी ने बताया कि इस जोरदार भूकंप की वजह से पानी और बिजली लाइनों के साथ-साथ परिवहन और संचार बुनियादी ढांचे को भी नुकसान हुआ है. भूकंप बीजिंग की राजधानी से लगभग 1,450 किलोमीटर (900 मील) दक्षिण-पश्चिम में गांसु प्रांतीय राजधानी लान्झू में महसूस किया गया. भूकंप के झटके से लोग सहमे नजर आए. एक सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार, लान्झू में विश्वविद्यालय के छात्र अपने छात्रावासों से बाहर निकल आए.
बता दें कि पिछले साल सितंबर में चीन में ही 6.8 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 74 लोगों के मारे जाने की सूचना मिली थी. उस भूकंप ने भी चीन के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत सिचुआन को हिला दिया था, जिससे प्रांतीय राजधानी चेंगदू में भूस्खलन हुआ और इमारतें हिल गईं थी. यह भूकंप ऐसे वक्त में आया था जब चीन की 21 मिलियन आबादी कोरोना की वजह से लॉकडाउन थी.